वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पास, जेडीयू-टीडीपी ने किया समर्थन, अब राज्यसभा में होगा पेश

वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देर रात 1.56 बजे यह घोषणा की। विधेयक के पक्ष में 288 वोट पड़े, जबकि इसके विरोध में 232 वोट पड़े। अब इसे राज्यसभा में भेजा जाएगा। भाजपा के गठबंधन सहयोगियों ने इस विधेयक का खुलकर समर्थन किया। हालाँकि, विपक्ष ने इस विधेयक का विरोध किया।

 

दुनिया में भारत से ज्यादा सुरक्षित कोई जगह नहीं: किरेन रिजिजू 

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए दुनिया में भारत से ज्यादा सुरक्षित कोई जगह नहीं है और वे इसलिए सुरक्षित हैं क्योंकि यहां का बहुसंख्यक पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष है। वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 पर करीब 12 घंटे चली बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रिजिजू ने कहा कि पारसी जैसे छोटे अल्पसंख्यक समुदाय भी भारत में सुरक्षित हैं और सभी अल्पसंख्यक यहां गर्व से रहते हैं।

विपक्ष ने विरोध किया। 

बिल पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि हमने वक्फ के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है। वक्फ बोर्ड और वक्फ काउंसिल के लिए संशोधन किए गए हैं। इसको लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में वक्फ बिल का विरोध किया और कहा कि यह अनुच्छेद 25 और 26 का उल्लंघन है। उन्होंने आगे कहा कि वक्फ बिल मुसलमानों के साथ अन्याय है।

चर्चा के दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विधेयक फाड़ दिया। उन्होंने कहा- इस विधेयक का उद्देश्य मुसलमानों को अपमानित करना है। मैं गांधी की तरह वक्फ बिल को फाड़ दूंगा।

 

विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गैर इस्लामिक वस्तुओं को वक्फ में शामिल नहीं किया जाएगा। ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। वोट बैंक के लिए अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है।

 

विधेयक पर चर्चा और मतदान के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।

 

 

 

अमित शाह ने क्या कहा? 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘वक्फ विधेयक चोरी के लिए नहीं बल्कि गरीबों के लिए है।’ एक सदस्य कह रहे हैं, अल्पसंख्यक स्वीकार नहीं करेंगे, आप क्या धमकी दे रहे हैं भाई? यह संसद का कानून है, इसे स्वीकार करना होगा।

 

 

 

 

उन्होंने कहा कि एक भी गैर-इस्लामिक व्यक्ति वक्फ में नहीं आएगा। ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। वोट बैंक के लिए अल्पसंख्यकों को डराया जा रहा है। वक्फ एक अरबी शब्द है। इसका अर्थ है अल्लाह के नाम पर धार्मिक उद्देश्यों के लिए संपत्ति दान करना। दान केवल उन्हीं चीजों का किया जाना चाहिए जिन पर हमारा अधिकार हो।

भाजपा ने एक तीर से साधे छह निशाने

इस विधेयक को पारित करके भाजपा ने एक ही कदम में छह लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। विपक्ष लंबे समय से भाजपा और भाजपा सरकार के फैसलों के खिलाफ धर्मनिरपेक्षता का चश्मा पहनकर खुद को धर्मनिरपेक्षता का राजनीतिक चैंपियन बताता रहा है, लेकिन भाजपा ने लोकसभा में वक्फ विधेयक पर ऐसी बल्लेबाजी की है कि राजनीतिक क्षेत्र में यह साफ हो गया है कि

  • विपक्ष धर्मनिरपेक्षता की जो परिभाषा चाहता है, वह काम नहीं करेगी।
  • मुसलमानों से जुड़े हर फैसले को मुस्लिम विरोधी बताने की राजनीति अब मान्य नहीं है।
  • वे हर बार मुसलमानों को खतरा बताकर वोटों का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। 
  • विरोध प्रदर्शनों के बहाने मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर फैसले बदलने की मंशा अब सफल नहीं हो पाई है।
  • विपक्ष को यह भूल जाना चाहिए कि नीतीश और नायडू के समर्थन से चल रही सरकार कमजोर है।
  • विपक्ष को भी यह समझना होगा कि भले ही इस बार उनकी सीटें बढ़ी हों, लेकिन निर्णय लेने की ताकत पीएम मोदी से नहीं छीनी गई है।