वक्फ बिल पर इमरान मसूद: ‘हम एक घंटे में ठीक कर देंगे…’; वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर इमरान मसूद का सनसनीखेज बयान

नई दिल्ली:  केंद्र की महागठबंधन सरकार ने पिछले सप्ताह लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद इसे कानून भी बना दिया गया। सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच भारी खींचतान के बाद यह विधेयक लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पारित हो गया। इससे पूरे देश में तनाव की संभावना बढ़ गई थी। यह मुद्दा अभी गरमाया हुआ है, वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के बयान से अब राजनीति गरमाने की संभावना पैदा हो गई है।

हैदराबाद में ऑल इंडिया मुस्लिम मिल्ली काउंसिल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद ने कहा, “हम अच्छी तरह जानते हैं कि एक घंटे में किसी बीमारी का इलाज कैसे किया जाता है।” जब वह दिन आएगा, तो वह एक घंटे के भीतर उसका इलाज कर देगा। अगर मस्जिद नहीं होगी तो हम नमाज कहां अदा करेंगे? यदि कब्रिस्तान ही नहीं होंगे तो शवों को कहां दफनाया जाएगा? ईदगाह की बात तो छोड़ ही दीजिए। हमारे आने के लिए प्रार्थना करें।

 

इमरान मसूद ने कहा कि समुद्र में बहुत तूफान आते हैं और जब तूफान आता है तो बड़े जहाज उसका सामना कर सकते हैं, नावें नहीं, इसलिए मैं आपसे कहना चाहूंगा कि नाव चलाने की बजाय जहाज चलाने की तैयारी करें। केवल एक ही रास्ता है, कोई दूसरा रास्ता नहीं। मैं आपसे यह वादा करता हूं। जिस दिन हम पहुंचेंगे, एक घंटे के भीतर उसका इलाज कर देंगे।

मुर्शिदाबाद हिंसा पर इमरान ने क्या कहा?

मुर्शिदाबाद हिंसा पर इमरान मसूद ने कहा कि हम पूरी तरह से हिंसा के खिलाफ हैं। यह लड़ाई देश के मुसलमानों की नहीं, देश के संविधान की है। जिस तरह वक्फ अधिनियम लाकर संविधान को रौंदा गया, उसी तरह उन्होंने (भाजपा ने) आंशिक रूप से संविधान को रौंदा है। मैं सभी से अपील करूंगा कि वे विरोध करें लेकिन संविधान के खिलाफ कुछ न करें।

 

‘कानूनी सीमाओं के भीतर विरोध प्रदर्शन’

कांग्रेस सांसद ने कहा कि विरोध कानूनी सीमाओं के भीतर किया जाना चाहिए और कानूनी सीमाओं को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सबसे ज्यादा कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाली पार्टी है। यही इस देश की खूबसूरती है कि यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई-भाई की तरह रहते हैं लेकिन वे उस भाईचारे को नष्ट करना चाहते हैं। बंगाल के मुर्शिदाबाद के कई इलाकों में शुक्रवार को हिंसा भड़क उठी।

वक्फ संशोधन विधेयक संसद में पारित हो गया है। विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना, दक्षता बढ़ाना और दुरुपयोग को नियंत्रित करना है। नये सुधारों से वक्फ बोर्डों की जिम्मेदारी बढ़ेगी तथा संपत्तियों के अभिलेखन, उपयोग और प्रबंधन की प्रक्रिया में अधिक सख्ती अपेक्षित है। सरकार को उम्मीद है कि इस विधेयक से वक्फ संपत्तियों का सार्वजनिक हित के लिए बेहतर उपयोग हो सकेगा।