भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम ने पिछले नौ महीनों में क्रिकेट के उतार-चढ़ाव का सामना करते हुए शानदार सफलता हासिल की। उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले तीन ICC टूर्नामेंटों में भाग लेने वाले हर खिलाड़ी ने टीम की सफलता में अहम योगदान दिया है और वे सभी सम्मान के हकदार हैं।
भारत की ऐतिहासिक सफलता
टीम इंडिया ने हाल के तीन बड़े ICC टूर्नामेंटों में जबरदस्त प्रदर्शन किया:
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टी20 वर्ल्ड कप 2024 में जीत
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सफलता
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2023 वनडे वर्ल्ड कप में सिर्फ फाइनल में हार
रोहित ने इस सफर को याद करते हुए कहा,
“सोचिए अगर हमने वह (वनडे वर्ल्ड कप 2023) भी जीत लिया होता, तो तीन आईसीसी टूर्नामेंटों में अपराजेय रहते। 24 में से 23 मैच जीतना कोई आसान काम नहीं है!”
सफलता की नींव: 2022 सेमीफाइनल के बाद बदलाव
रोहित ने बताया कि टीम इंडिया के माइंडसेट में बदलाव 2022 में टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार के बाद शुरू हुआ।
“हमने खिलाड़ियों को साफ बता दिया कि उनसे क्या अपेक्षा की जाती है। हमने उन्हें खुलकर खेलने की आजादी दी और यह स्पष्ट कर दिया कि हम उनसे किस तरह का प्रदर्शन चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि टीम कुछ सीरीज हारी, लेकिन उन्होंने प्रक्रिया पर भरोसा बनाए रखा और घबराने की बजाय अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया।
मुंबई इंडियंस और टी20 वर्ल्ड कप पर फोकस
रोहित ने पिछले साल आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के निराशाजनक प्रदर्शन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब टीम मुश्किल दौर से गुजर रही थी, तो उन्होंने वापसी का दृढ़ संकल्प दिखाया।
“आईपीएल 2024 हमारे लिए सबसे खराब सीजन था, लेकिन इसके बाद भी हमारे लिए बहुत कुछ था – टी20 वर्ल्ड कप आने वाला था और मुझे पता था कि यह मेरा आखिरी टी20 वर्ल्ड कप होगा। मैं इसे जीतना चाहता था।”
रोहित ने टीम के सामूहिक प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि
“यह सिर्फ मेरे अकेले का सफर नहीं था। पूरी टीम एक ग्रुप के रूप में खेली और हर खिलाड़ी ने अपना योगदान दिया।”
आगे की रणनीति
रोहित के इस बयान के बाद क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है कि वह अपने करियर के अगले चरण की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं, BCCI भी भारतीय क्रिकेट की अगली रणनीति पर मंथन कर रही है। अब देखना होगा कि टीम इंडिया आने वाले टूर्नामेंटों में अपनी जीत की लय बरकरार रख पाती है या नहीं।