
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन वर्षों से युद्ध जारी है, और दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष बढ़ता जा रहा है। इस युद्ध में दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य बढ़त बनाने की कोशिशें जारी रखी हैं। जबकि अमेरिका दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिशों में लगा हुआ है और कुछ हद तक सफल भी रहा है, इस बीच रूस ने एक अहम दावा किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, उनकी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में स्थित रोजलिव गांव पर कब्जा कर लिया है।
रूस का दावा और यूक्रेन का खंडन
रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उनके सुरक्षाबलों ने रोजलिव गांव पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है, लेकिन यूक्रेन की सेना ने इसका खंडन किया है। यूक्रेन की सेना ने यह कहा कि रूसी बलों ने रोजलिव और पास के कोस्टियनटिनोपिल गांव पर पांच हमले किए हैं, लेकिन उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की कि रोजलिव अब पूरी तरह से रूस के कब्जे में है। यूक्रेनी जनरल स्टाफ द्वारा देर शाम जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र में अभी भी तीन अलग-अलग संघर्ष जारी हैं।
रोजलिव में क्या हो रहा है?
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, एक यूक्रेनी ब्लॉग, डीपस्टेट ने रोजलिव के पास रूसी बलों की मौजूदगी की सूचना दी है और साथ ही टोरेत्स्क के पास पूर्व में जारी भीषण युद्ध की भी खबर दी है। यह पुष्टि करता है कि क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां जारी हैं और संघर्ष की तीव्रता बनी हुई है।
रोजलिव गांव की भौगोलिक स्थिति
रोजलिव गांव पोक्रोवस्क के दक्षिण में स्थित है और यह पिछले कई हफ्तों से रूसी सेना के हमलों का लक्ष्य रहा है। इस क्षेत्र के महत्व को देखते हुए, अगर यह पूरी तरह से रूसी सेना के कब्जे में आता है, तो यह यूक्रेन के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है, क्योंकि यहां कीव की एकमात्र कोयला खदान स्थित है, जो यूक्रेन की आर्थिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है।
रूस की रणनीति और यूक्रेन की प्रतिक्रिया
फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद, रूस ने पहले हफ्तों में कीव पर नियंत्रण स्थापित करने में विफल रहने के बाद अपना ध्यान पूरी तरह से डोनेट्स्क और लुहान्स्क के पूर्वी क्षेत्रों पर केंद्रित कर दिया था। रूस ने इन क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद उन्हें अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश की, जिसे यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने कड़ी निंदा की थी। इन क्षेत्रों में युद्ध की स्थितियों ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, और स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है।
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