अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले अदालत से बड़ा झटका लगा है। हालांकि, यह झटका उनके वाइट हाउस जाने की राह में रुकावट नहीं बनेगा। मैनहटन क्रिमिनल कोर्ट ने ट्रंप को दोषी ठहराया है, लेकिन उन्हें सजा नहीं दी गई। जज ने स्पष्ट किया कि ट्रंप को न तो जेल जाना होगा और न ही कोई जुर्माना भरना पड़ेगा। इसके साथ ही यह मामला खत्म हो गया है। डोनाल्ड ट्रंप ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो किसी मामले में दोषी ठहराए जाने के बावजूद राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
कोर्ट का फैसला: बिना शर्त रिहाई
डोनाल्ड ट्रंप ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मैनहटन क्रिमिनल कोर्ट में पेशी दी।
- जस्टिस जुआन मरचैन ने उन्हें दोषी ठहराते हुए बिना शर्त रिहा करने का आदेश दिया।
- ट्रंप को न तो जेल जाना होगा और न ही कोई जुर्माना देना पड़ेगा।
- फैसले के ठीक 10 दिन बाद ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
क्या था मामला?
डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप था कि उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान एक पोर्न स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स को चुप रहने के लिए 1.30 लाख डॉलर का भुगतान किया।
- डैनियल्स ने दावा किया कि ट्रंप के साथ उनके शारीरिक संबंध थे।
- इस बात को छिपाने के लिए उन्हें पैसे दिए गए।
- अभियोजकों ने आरोप लगाया कि ट्रंप ने अपने इस कदम से कानून का उल्लंघन किया।
सुनवाई के दौरान क्या हुआ?
सुनवाई में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और यह सब उनके खिलाफ साजिश है।
- ट्रंप का कहना था कि यह मामला उन्हें राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए बनाया गया था।
- अभियोजक जशुआ स्टेग्लास ने ट्रंप पर सुनवाई को प्रभावित करने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि ट्रंप ने सुनवाई की वैधता को कमजोर करने के लिए अभियान चलाया।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की अपील
डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।
- ट्रंप ने अपनी सजा को रोकने की मांग की थी।
- सुप्रीम कोर्ट ने 5-4 के फैसले से उनकी अपील खारिज कर दी।
पहले भी दोषी साबित हुए थे
पिछले साल मई में, अदालत ने इस मामले में ट्रंप को दोषी पाया था।
- पोर्न स्टार डैनियल्स ने आरोप लगाया था कि ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान उनकी चुप्पी के लिए भुगतान किया।
- हालांकि, उस वक्त भी ट्रंप ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया था।
अब क्या?
डोनाल्ड ट्रंप 10 दिन बाद अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
- कोर्ट का फैसला उनकी राष्ट्रपति बनने की प्रक्रिया को प्रभावित नहीं करेगा।
- हालांकि, यह मामला उनके राजनीतिक और नैतिक रिकॉर्ड पर सवाल जरूर खड़े करता है।
डोनाल्ड ट्रंप अब इतिहास में ऐसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं, जो किसी मामले में दोषी ठहराए जाने के बावजूद देश का सर्वोच्च पद संभालेंगे।