
उत्तर प्रदेश सरकार अब सड़कों को सिर्फ आने-जाने का साधन नहीं, बल्कि आधुनिक शहरी विकास का प्रतीक बनाने जा रही है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानपुर जिले की 10 प्रमुख सड़कों को पूरी तरह पुनर्निर्मित और स्मार्ट बनाया जाएगा। ये सड़कें जल्द ही बनेंगी ‘आदर्श सड़कें’—जहां होंगी ग्रीनबेल्ट, आकर्षक लाइट्स और पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त रास्ते।
नगर निगम ने शुरू किया काम, नवाबगंज रोड से हुई शुरुआत
शुक्रवार को नगर निगम के अधिशासी अभियंता (पर्यावरण) दिवाकर भास्कर की अगुवाई में नवाबगंज रोड के किनारे मौजूद ग्रीनबेल्ट की सफाई शुरू की गई। यह काम कानपुर को साफ, सुंदर और स्मार्ट बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नगरपालिका आयुक्त ने बताया कि:
- सभी चिह्नित सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त किया जाएगा।
- स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत और अपग्रेडेशन किया जाएगा।
- ग्रीनबेल्ट की नई संरचना बनाई जाएगी, जहां जमीन उपलब्ध होगी।
10 प्रमुख सड़कें होंगी आदर्श सड़क के रूप में विकसित
नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस के संयुक्त प्रयास से नीचे दी गई 10 सड़कों को चयनित किया गया है, जिन्हें मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर और स्मार्ट सुविधाओं से सजाया जाएगा:
सड़क का नाम | स्वामित्व / विभाग |
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आईआईटी से गोल चौराहा | एनएचएआई |
गुमटी नं.-9 क्रासिंग से छपेड़ा होते हुए नमक फैक्ट्री तक | नगर निगम / पीडब्ल्यूडी |
कंपनीबाग चौराहे से चुन्नीगंज तक | निर्माण खंड-2, पीडब्ल्यूडी |
चिड़ियाघर के पास कंपनीबाग मार्ग | निर्माण खंड-2, पीडब्ल्यूडी |
राजीव पेट्रोल पंप से आर्यनगर चौराहा | नगर निगम |
आर्यनगर चौराहा से गेस्ट्रो लिवर अस्पताल तक | नगर निगम |
लिटिल फॉक्स स्कूल से बंग भवन, आर्यनगर तक | नगर निगम |
पनकी पुल से भौंती होते हुए पीएसआईटी तक | एनएचएआई |
चिड़ियाघर से सिंहपुर चौराहा तक | निर्माण खंड-2, पीडब्ल्यूडी |
कंपनीबाग चौराहे से मेघदूत चौराहा तक | प्रांतीय खंड, पीडब्ल्यूडी |
कैसे बदलेगा इन सड़कों का स्वरूप?
इन सभी सड़कों को ‘आदर्श सड़क मॉडल’ के अनुसार विकसित किया जाएगा। इसका मतलब है:
- डस्ट फ्री और चौड़े फुटपाथ
- आधुनिक स्ट्रीट लाइट्स और ट्रैफिक सिग्नल्स
- सड़क किनारे ग्रीनबेल्ट और पेड़-पौधों की व्यवस्था
- निर्बाध ड्रेनेज सिस्टम और सड़क संकेतक
- अतिक्रमण हटाकर स्वच्छ और सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था
शहरी सौंदर्यीकरण और यातायात व्यवस्था में सुधार
यह योजना सिर्फ सड़क निर्माण की नहीं है, बल्कि एक समग्र शहरी सौंदर्यीकरण अभियान है। कानपुर के इन इलाकों में अब न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सड़कें मिलेंगी, बल्कि:
- दुकानदारों और व्यापारियों को फायदा
- स्थानीय लोगों को सुरक्षित और स्वच्छ रास्ते
- स्कूलों, अस्पतालों और बाजारों तक आसान पहुंच