मौसम अपडेट: मध्य भारत में तापमान बढ़ने से लू का प्रकोप

उत्तर से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में पिछले दो दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। मार्च का महीना जून जैसा लगने लगा था, लेकिन अब तेज और ठंडी हवाओं से कुछ राहत मिल रही है। हालाँकि, यह बदलाव केवल उत्तर भारत में ही देखने को मिलेगा। मध्य भारत में गर्मी जारी रहेगी तथा तापमान में वृद्धि जारी रहेगी। यह परिवर्तन हाल ही में आए पश्चिमी विक्षोभ के कारण होगा।

 

क्या ठंडी हवा से राहत मिलेगी?

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 3-4 दिनों में उत्तरी मैदानी इलाकों में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। इसी समय, मध्य भारत में तापमान बढ़ेगा। महाराष्ट्र और गुजरात के अधिकांश भागों, विशेषकर तटीय और आंतरिक क्षेत्रों में तापमान में 2°C से 3°C तक की वृद्धि देखी जा सकती है। अगले सप्ताह की शुरुआत तक यह स्थिति स्थिर हो सकती है।

अचानक ठंडी हवाएं क्यों चलने लगीं?

पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में ठंडी हवाएं चल रही हैं। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर गुजर रहा है, जिसके कारण 28 मार्च से मौसमी गतिविधियां धीरे-धीरे कम होने लगेंगी। इस विक्षोभ के बाद ठंडी हवाएं चलेंगी, जो पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों तक पहुंचेंगी। कुछ भागों में ये हवाएं मध्य प्रदेश तक भी पहुंच सकती हैं। इसके प्रभाव से इन राज्यों में तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। लेकिन जहां कोई प्रभाव नहीं होगा, वहां तापमान बढ़ता रहेगा।

दिल्ली मौसम

दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से 3.8 डिग्री अधिक है। आईएमडी के अनुसार न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम के औसत से 1.4 डिग्री अधिक है। लेकिन आज न्यूनतम तापमान 18 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। आईएमडी ने शुक्रवार को दिन में तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है।

अन्य राज्यों में स्थिति

अन्य राज्यों की बात करें तो गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट बर्फबारी हो सकती है। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान धीरे-धीरे बढ़ेगा और फिर कम हो जाएगा। केरल और दक्षिण कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।