मुंबई: मुंबईकरों की दूसरी जीवनरेखा बेस्ट ने लागत कम करने के लिए स्वयं बसें खरीदने के बजाय पट्टे पर बसें खरीदने का निर्णय लिया है। लेकिन बेस्ट बेड़े में शामिल होने वाली नई बसों की संख्या कम है। अप्रैल में बेस्ट की निजी स्वामित्व वाली 100 बसों को हटा दिया जाएगा, क्योंकि उनकी सेवा अवधि समाप्त हो चुकी है। दूसरी ओर, बेड़े में शामिल होने के बावजूद नई बसें चालक प्रशिक्षण के अभाव में अभी भी पार्किंग में खड़ी हैं। इसलिए मई महीने में मुंबईकरों की परेशानियां और बढ़ने वाली हैं। बेस्ट के बेड़े में स्वामित्व वाली और पट्टे पर ली गई दोनों प्रकार की बसें शामिल हैं। पांच ठेकेदार मुंबई में विभिन्न मार्गों पर चार्टर्ड बसें चलाते हैं।
वर्तमान में, बेस्ट के बेड़े में 743 स्वयं स्वामित्व वाली बसें और 2,074 पट्टे पर ली गई बसें शामिल हैं। ताप्या में बेस्ट की स्वयं-स्वामित्व वाली बसों की संख्या 11 दिसंबर 2024 को 993 से बढ़कर 1 अप्रैल 2025 को 759 हो गई है। इस बीच, बेस्ट के स्वामित्व वाली 100 बसों को अप्रैल में चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा क्योंकि उनका जीवनकाल समाप्त हो रहा है। इससे बसों की संख्या और कम हो जाएगी। वहीं, दूसरी ओर बेस्ट बेड़े में शामिल नई बसें अभी भी बिना इस्तेमाल के खड़ी हैं।
कुर्ला हादसे के बाद आगर में 84 बसें खड़ी
बेस्ट ने पिछले साल 23 मई को एक निविदा प्रक्रिया आयोजित की थी और ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक लिमिटेड को 2,100 इलेक्ट्रिक सिंगल-डेकर एसी बसों की आपूर्ति का ठेका दिया था। इनमें से 325 से अधिक बसें बेड़े में शामिल हो चुकी हैं। इसके अलावा 84 और बसें आ गई हैं। हालांकि, कुर्ला में बेस्ट बस दुर्घटना के बाद ड्राइवरों के लिए प्रशिक्षण अवधि घटाकर एक माह कर दी गई थी और भर्ती प्रक्रिया व प्रशिक्षण अवधि के कारण विभिन्न मार्गों पर 84 बसों का संचालन नहीं किया गया था। इसलिए ये बसें आगर में खड़ी हैं।
वर्ष के अंत तक 700 और बसों को अलविदा कह दिया जाएगा।
नवंबर 2025 तक 700 नॉन-एसी बसों को चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा। जून 2025 तक बेस्ट के बेड़े से 90 मिडी बसें भी हटा दी जाएंगी।