मातृत्व के बाद याददाश्त की समस्या: कारण, प्रभाव और समाधान

क्या आप नई मां बनी हैं और अक्सर चीजें भूल जाती हैं? अगर हां, तो चिंता न करें, क्योंकि यह समस्या केवल आपकी नहीं, बल्कि लाखों महिलाओं की है। इसे प्रेग्नेंसी ब्रेन, मॉमनेसिया या बेबी ब्रेन कहा जाता है। प्रसव के बाद कई महिलाएं बेबी ब्लूज से गुजरती हैं, जिससे उनमें उदासी, नकारात्मक सोच और मानसिक थकावट की समस्याएं देखने को मिलती हैं।

शोध बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान 81% महिलाओं को याददाश्त और एकाग्रता की समस्या होती है। ऐसा हार्मोनल बदलाव, नींद की कमी और तनाव के कारण होता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, यह प्रभाव बच्चे के जन्म के छह साल बाद तक रह सकता है।

बेबी ब्लूज और पोस्टपार्टम डिप्रेशन (PPD)

बेबी ब्लूज: बच्चे के जन्म के दो दिन बाद शुरू होकर लगभग 35 दिनों तक रह सकता है। आमतौर पर, यह स्थिति अपने आप ठीक हो जाती है।
पोस्टपार्टम डिप्रेशन (PPD): अगर उदासी लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह PPD हो सकता है। यह समस्या बच्चे के जन्म के एक से तीन सप्ताह बाद शुरू हो सकती है और कई महीनों तक बनी रह सकती है। आंकड़ों के अनुसार, हर आठ में से एक महिला इससे प्रभावित होती है।

लक्षण

  • लगातार उदासी, घबराहट और अपराधबोध

  • थकान और ऊर्जा की कमी

  • सोने और खाने की आदतों में बदलाव

  • ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई

  • बच्चे से जुड़ाव महसूस न होना

  • आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार

समाधान

PPD एक चिकित्सकीय समस्या है और इसके लिए पेशेवर मदद जरूरी होती है। उपचार में टॉक थेरेपी, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (CBT) और कुछ मामलों में दवाओं का सहारा लिया जाता है।

अतिरिक्त मदद के लिए

  • परिवार और दोस्तों का सहयोग लें

  • पर्याप्त नींद लें

  • संतुलित आहार और हल्का व्यायाम करें

  • सकारात्मक माहौल बनाए रखें

डॉक्टर स्मिता श्रीवास्तव के अनुसार, “बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्यार, समर्थन और सही देखभाल बहुत जरूरी है।” अगर समय पर समाधान न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है, इसलिए सतर्क रहें और आवश्यक कदम उठाएं।