इंदौर, 25 नवंबर (हि.स.)। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में यूरेशियन ग्रुप (ईएजी) की 41वीं बैठक शुरू हो गई है। यहां ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में हो रही इस पांच दिवसीय बैठक में 23 देशों से 180 से ज्यादा डेलीगेट्स भाग ले रहे हैं। बैठक में आतंकवाद में होने वाली फंडिंग को रोकने, मनी लांड्रिंग और साइबर क्राइम को लेकर ठोस कानून बनाने पर चर्चा होगी। बैठक के उद्घाटन सत्र में प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद शंकर लालवानी शामिल हुए।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बैठक में विदेशी मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत एक सनातन परंपरा वाला देश है, हमारे वेदों की ऋचाओं में लिखा है ‘वसुधैव कुटुंबकम’ विश्व एक परिवार है। जब हम विश्व की बात करते हैं, तो हमारे मित्र देश हों या अन्य कोई भी देश हम हमेशा सहायता के लिए खड़े रहते हैं। कोविड के दौरान पूरा विश्व संकट में था। उस समय भारत एक ऐसा देश था, जिसने काेराेना वैक्सीन बनाई। भारत ने अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के साथ 100 देशों को वैक्सीन भेज कर सहायता भी की। भारत धीरे-धीरे ताकतवर बन रहा है। इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हम विश्व में शांति के समर्थक हैं और विश्व शांति के प्रयास करेंगे।
विश्व की समस्याओं में आतंकवाद प्रमुख-
कैलाश विजयवर्गीय ने ईएजी बैठक की मेजबानी का अवसर इंदौर को देने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आज विश्व में जिस तरह की समस्याएं हैं, उसमें आतंकवाद प्रमुख है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व के हर मंच से एक बात कहते हैं कि आतंकवाद किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया सकता। उन्हाेंने साइबर क्राइम को सबसे बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इस समय साइबर क्राइम की समस्या बढ़ रही है। दूर देश में बैठकर लोगों को लूटा जा रहा है। इस समस्या पर इस बैठक में बड़ा निष्कर्ष निकलेगा।
उन्होंने ईएजी के चेयरमैन का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे सिने अभिनेता राजकपूर हुआ करते थे। चेयरमैन उनकी तरह दिखते हैं और यह राजकपूर के प्रसंशक भी हैं। ईएजी के चेयरमैन यूरी चिंग ने ग्रुप की बैठक और एजेंडे की जानकारी दी।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल के हेड विवेक अग्रवाल ने बैठक के उद्देश्यों से अवगत कराया। उन्होंने आयोजक संस्था की ओर से स्वागत भाषण देते हुए कहा कि देश के लिए यह गर्व का विषय है कि यह महत्वपूर्ण बैठक इंदौर में आयोजित हो रही है। उन्होंने इंदौर को जीवंत संस्कृति का शहर बताया और कहा कि यह भारत को प्रतिबिंबित करता है। यह शहर देवी अहिल्या जो कि एक न्यायप्रिय रानी थीं, के पुण्य और प्रताप का शहर है। उनकी दूरदृष्टि से इन्दौर एक ऐसा शहर बना जिसने वाणिज्य व्यापार में भी अपना स्थान बनाया।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रशासन की ओर से मेहमानों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इन्दौर शहर अपनी गर्मजोशी और सेवाभाव के साथ आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है। प्रशासन सदैव मेहमानों की सेवा के लिए तत्पर रहेगा। इन्दौर का यह आयोजन न केवल विभिन्न मस्तिष्कों का मेल है अपितु आतंकवाद के वित्तपोषण जैसी चुनौतियों के लिए यहां किया गया बौद्धिक विमर्श विश्व में आतंकवाद के प्रसारण को रोकने में सहायक सिद्ध होगा।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इन्दौर ने प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता को साकार रूप दिया है। कई बार स्वच्छता में अपना परचम लहराया है। मध्य प्रदेश हृदय है तो इंदौर इसकी हृदय गति है। इंदौर जन सहभागिता के क्षेत्र में भी मशाल लेकर सबसे आगे चल रहा है और हम हरित ऊर्जा के लिए भी उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि इन्दौर को स्वागत का यह अवसर मिला है। इंदौर में हो रही इस बैठक से वित्तीय अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग के ख़िलाफ़ रणनीति बनाने में एक कारगर उपलब्धि मिलेगी।
पांच दिन होंगे अलग-अलग स्तर के सत्र-
ईएजी की 41वीं बैठक का आयोजन इंदौर में होने जा रहा है। पांच दिवसीय बैठक में प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्र में टेरर फंडिंग और मनी लांड्रिंग के साथ साइबर क्राइम जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। बैठक में 16 देश और 13 संगठन के प्रतिनिधि और एचओडी शामिल हो रहे हैं। भारत की तरफ से एचओडी के रूप में एडिशनल सेक्रेटरी विवेक अग्रवाल शामिल होंगे।
सभी देशों में भारत के रिपोर्ट सबसे बेहतर-
भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी विवेक अग्रवाल ने बताया कि ईएजी की बैठक से पहले सभी बड़े देशों का एफटीए और ईएजी द्वारा वैल्यूशन किया गया था। इसमें भारत के अलावा अमेरिका, जर्मनी, कनाडा जैसे देश शामिल रहे। इनमें भारत की रिपोर्ट सबसे अच्छी आई है। भारत की इस रिपोर्ट पर पहले सत्र में आज चर्चा की जाएगी। इस रिपोर्ट को ईएजी में अपडेशन कराया जाएगा।
बैठक स्थल बीसीसी के अंदर और बाहर कड़ी सुरक्षा की गई है। इसके लिए दूर-दर तक बैरिकेड्स लगाए गए हैं। मेहमानों के आने-जाने के दौरान मुख्य मार्ग पर आमजन की आवाजाही डायवर्ट की गई है। डेलीगेट्स कौन हैं, कहां ठहरे हैं, कब तक हैं, उनका क्या शेड्यूल है, इसकी जानकारी साझा नहीं की गई है। कार्यक्रम स्थल की बैठक व्यवस्था, मेहमानों के प्रवेश और निर्गमन व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, प्रवेश व्यवस्था, आवास व्यवस्था, आकस्मिक चिकित्सकीय व्यवस्था, अग्नि शमन व्यवस्था, पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाओं पर खास जोर दिया गया है। आयोजन स्थल पर मध्य प्रदेश की विरासत, कला, औद्योगिक विकास को दर्शाती प्रदर्शनी भी लगाई गई हैं।