मप्र का ग्वालियर दुर्ग शनिवार से बनेगा अंतरराष्ट्रीय कला उत्सव “पैनोरमा एडिशन” का साक्षी

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ग्वालियर, 14 नवंबर (हि.स.)। संगीतधानी ग्वालियर का ऐतिहासिक दुर्ग शनिवार, 16 नवम्बर से अंतरराष्ट्रीय कला उत्सव “पैनोरमा एडिशन” का साक्षी बनेगा। यूनेस्को द्वारा घोषित “सिटी ऑफ म्यूजिक” ग्वालियर में इस दिन मध्य प्रदेश पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित होने जा रहे कला उत्सव “ए स्ट्रीट कार्ट नेम्ड डिजायर” में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार प्रस्तुतियां देंगे। इसमें 48 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के शास्त्रीय संगीत, नृत्य व ओपेरा सहित अन्य कलात्मक अभिव्यक्तियों की एक विविध श्रृंखला साकार होगी।

पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने गुरुवार को बताया कि पैनोरमा एडिशन का यह चौथा संस्करण ग्वालियर में आयोजित होने जा रहा है। इसे पुरस्कार विजेता कलाकार और फिल्म निर्माता सारा सिंह ने रचा है। ग्वालियर के इस “पैनोरमा एडिशन” में विश्व के 15 से अधिक देशों के राजनयिक दूतावासों और सांस्कृतिक केन्द्रों की साझेदारी है, जिसमें जर्मनी, पॉलैंड, स्पेन, इटली, ग्रीस, हंगरी, स्विटजरलैंड, पुर्तगाल, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, स्वीडन, नीदरलैंड, डेनमार्क, यूक्रेन, ग्वाटेमाला और लिथुआनिया देशों की भागीदारी शामिल है।

गाैरतलब है कि पैनोरमा एडिशन के पिछले संस्करणों का आयोजन पटियाला, जोधपुर और जैसलमेर के विरासत स्थलों पर किया गया था। यह आयोजन पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, ग्वालियर जिला प्रशासन, यूनेस्को, जयविलास पैलेस, राजदूत मोनिका कपिल मोहता और सोपान के सिद्धांत के सहयोग से किया जा रहा है।

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि पैनोरमा एडिशन के माध्यम से प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों को दुनियाभर से आने वाले प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। इसके लिये विशेष तैयारी की जा रही है। फ्रांस व स्पेन के राजनयिकों सहित अन्य प्रतिनिधिगण इस लाइव प्रदर्शन के साक्षी बनेंगे। साथ ही जयविलास पैलेस संग्रहालय देखने भी जाएंगे। ग्वालियर राजघराने के सहयोग से यह प्रदर्शनी 16 से 24 नवम्बर तक आमजन के लिए खुली रहेगी। इसके बाद यह प्रदर्शनी दिल्ली के पुराना किला परिसर में लगाई जाएगी, जहाँ पर 5 से 10 दिसम्बर तक प्रदर्शनी लगी रहेगी।