मध्य प्रदेश में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है पश्चिमी रिंग रोड प्रोजेक्ट, 64 किमी लंबे मार्ग का सर्वे पूरा

मध्य प्रदेश में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है पश्चिमी रिंग रोड प्रोजेक्ट, 64 किमी लंबे मार्ग का सर्वे पूरा
मध्य प्रदेश में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है पश्चिमी रिंग रोड प्रोजेक्ट, 64 किमी लंबे मार्ग का सर्वे पूरा

मध्य प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास की रफ्तार लगातार तेज़ हो रही है। राज्य में कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, जिनमें पश्चिमी रिंग रोड (Western Ring Road) एक महत्वपूर्ण योजना है। इस परियोजना का उद्देश्य शहरों में यातायात को डायवर्ट करना, औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है।

64 किमी लंबा और 80 मीटर चौड़ा होगा रिंग रोड

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा विकसित किया जा रहा यह रिंग रोड 64 किलोमीटर लंबा और 80 मीटर चौड़ा होगा।

  • यह परियोजना एनएच-52 के नेटेरेक्स क्षेत्र से शिप्रा नदी के निकट शुरू होगी।
  • प्रस्तावित योजना में तीन रेल ओवरब्रिज, दो बड़े पुल और 30 छोटे पुलों का निर्माण भी शामिल है।
  • कुल मिलाकर 600 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 550 हेक्टेयर निजी भूमि है।

इंदौर जिले में इस योजना की शुरुआत हो चुकी है, जहां विभिन्न तहसीलों में भूमि सर्वेक्षण का कार्य प्रगति पर है।

हातोद तहसील में सर्वेक्षण पूरा

हातोद तहसील के 12 गांवों में 22 किमी लंबी सड़क के लिए सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है।

  • गुरुवार को जिदाखेड़ा, पंथ बड़ोदिया, कराड़िया और आकासोदा गांवों में बिना किसी विरोध के 6.5 किमी का सर्वे हुआ।
  • इससे पहले कुछ गांवों में विरोध हुआ था, लेकिन अंतिम दिन शांति बनी रही।
  • सर्वे पूरा होने के बाद एसडीओ रवि वर्मा द्वारा सूची तैयार की जा रही है, संपत्ति की घोषणा के बाद आपत्तियां ली जाएंगी और फिर अंतिम मुआवजा (अवार्ड) घोषित किया जाएगा।

देपालपुर और सांवेर तहसीलों में सर्वे जल्द

गुरुवार को हातोद में पूरा फोकस होने के कारण देपालपुर और सांवेर में सर्वे शुरू नहीं हो पाया।

  • देपालपुर में 5 गांव और सांवेर में 9 गांव शामिल हैं, जहां 24 किमी लंबी सड़क बनाई जाएगी।
  • इन क्षेत्रों में भू-अर्जन की प्रक्रिया क्षेत्रीय एसडीओ द्वारा सर्वे के बाद पूरी की जाएगी।

ज़ोन-वाइज़ अधिग्रहण की जानकारी

1. देपालपुर तहसील

  • दूरी: 18 किमी
  • अधिग्रहित भूमि: 145.9275 हेक्टेयर
  • गांव: किशनपुरा, बेटमा खुर्द, मोहना, लालेंदीपुरा, रोलाई

2. हातोद तहसील

  • दूरी: 22 किमी
  • अधिग्रहित भूमि: 165.3972 हेक्टेयर
  • गांव: बड़ोदिया पंथ, कराडिया, सिकंदरी, अकसोदा, पलादी, मिर्जापुर, अरनिया, मांगलिया अरनिया, अजनोटी, जंबूदी सरवर, जिदाखेड़ा, नहर खेड़ा

3. सांवेर तहसील

  • दूरी: 24 किमी
  • अधिग्रहित भूमि: 189.4392 हेक्टेयर
  • गांव: बालोदा टाकून, धतुरिया, कट्टाक्या, सोलसिंदा, जेतपुरा, मुंडला हुसैन, ब्राह्मण पिपलिया, बरलाई जागीर, पीरकराडिया

धार जिले में भी भूमि अधिग्रहण

इस परियोजना में केवल इंदौर ही नहीं, धार जिले की भी भागीदारी है।