नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की श्रीलंका यात्रा के दौरान सात महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। रक्षा, ऊर्जा, मंदिरों के विकास समेत कई मुद्दों पर सहमति बनी। दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें रक्षा सहयोग बढ़ाना और त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करना शामिल है।
दोनों के बीच हस्ताक्षरित प्रमुख समझौतों में बिजली के आयात और निर्यात के लिए एचवीडीसी इंटरकनेक्शन का कार्यान्वयन, डिजिटल परिवर्तन के लिए बड़े पैमाने पर सफल डिजिटल समाधान साझा करने में सहयोग, स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग और फार्माकोपिया में सहयोग शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, भारत त्रिंकोमाली में थिरुकोनेश्वरम मंदिर, नुवारा एलिया में सीता एलिया मंदिर और अनुराधापुरा में पवित्र शहर परिसर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। अंतर्राष्ट्रीय वैशाख दिवस 2025 पर श्रीलंका में भगवान बुद्ध के अवशेषों की प्रदर्शनी के संबंध में समझौते हुए। इसके साथ ही भारत ने श्रीलंका को दिए गए ऋण को अनुदान में बदलने पर सहमति जताई।
इसके अलावा, दोनों नेताओं ने दांबुला में पांच हजार मीट्रिक टन क्षमता वाले एक गोदाम का उद्घाटन किया। उन्होंने संयुक्त रूप से श्रीलंका के सभी 25 जिलों में सभी धार्मिक स्थलों पर पांच हजार सौर छत प्रतिष्ठानों का उद्घाटन भी किया। श्रीलंका ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान मित्र विभूषण से सम्मानित किया। यह किसी भी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया 22वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है।
दोनों देशों के बीच हुए इस रक्षा समझौते को चार दशक बाद हुए एक महत्वपूर्ण समझौते के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा भारत ने श्रीलंका में भारत-श्रीलंका और यूएई के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत बहु-उत्पाद पाइपलाइन, तेल टैंक फार्म और लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। इस प्रकार, भारत-यूएई श्रीलंका में ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग प्राप्त करने के लिए संयुक्त रूप से काम करेंगे। संयुक्त अरब अमीरात भारत का ऊर्जा साझेदार है।