भारत के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट थे महाराज जरासंध : सुदेश चंद्रवंशी

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पलामू, 27 नवंबर (हि.स.)। अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षेत्रीय महासभा की पलामू इकाई के तत्वावधान में मगध सम्राट जरासंध महाराज की 5227वीं जयंती बुधवार को हर्षाेल्लास व धूमधाम से मनायी गयी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति नगर भवन में सम्मेलन का आयोजन हुआ। दोपहर में शोभायात्रा निकाली गयी। सुबह में मगध सम्राट जरासंध जी की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी। शोभायात्रा में सुसज्जित वाहन पर जरासंध जी की प्रतिमा को विराजमान किया गया था। शोभा यात्रा पूरे शहर का भ्रमण किया।

सम्मेलन का उदघाटन राष्ट्रीय महामंत्री सुदेश कुमार चंद्रवंशी, शैलेंद्र कुमार शैलू, प्रदेश उपाध्यक्ष विजय चन्द्रवंशी ने संयुक्त रूप से किया। पूजा समिति के स्वागताध्यक्ष सुधीर चंद्रवंशी, जितेंद्र चंद्रवंशी, रोशन चंद्रवंशी ने अतिथियों का स्वागत किया।

इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि मगध सम्राट जरासंध का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस बात पर गंभीरता पूर्वक विचार करने की जरूरत है कि हमारे पूर्वज किस स्थिति में थे और आज हम सभी की स्थिति क्या है? यह सब जागरूकता व एकजुटता के अभाव में हुआ है। उन्हाेंने कहा कि भारत के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट महाराज जरासंध थे।

इस मौके पर डॉ. गणेश चंद्रवंशी ने कहा कि समस्त चंद्रवंशी परिवार को मगध सम्राट जरासंध महाराज को पुजने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदी और हिन्दू धर्म कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि जिसे हम जेठान के नाम से जानते है को ही महाराज जरासंध की जयंती मनाने की परंपरा रही है। इसलिए इसमें किसी को कोई शक संदेह नहीं होनी चाहिए। इसी दिन महाराज जरासंघ की जयंती पूरे भारतवर्ष में एक साथ मनानी चाहिए।

विजय ने कहा कि महाभारत कालीन मगध साम्राज्य के चंद्रवंशी नरेश राजा बृहद्रत के वंश में जन्मे एकक्षत्र साम्राज्य प्राप्त करने वाले अखंड भारत के चक्रवर्ती मगध सम्राट हम चन्द्रवंशियों के कुल देवता हैं। हमारे पूर्वज है और हम उनके वंशज है।

शैलेश कुमार शैलू ने अपने संबोधन में बताया कि समाज में आर्थिक संरचना को मजबूती प्रदान करने के लिए शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा को बढ़ाना होगा, ताकि शिक्षा रोजगारोन्मुखी हो सकें तथा सके तभी समाज का गुणात्मक विकास संभव है। जुगल किशोर जी ने कहा कि समाज अगर एकजुट होकर चलेगा तो चंद्रवंशियों का हक अधिकार के साथ कोई समझौता नहीं होगा।

सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए हमेशा कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। जयंती समारोह की अध्यक्षता पूजा समिति के अध्यक्ष सतीश चंद्रवंशी के द्वारा किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में चन्द्रवंशी समाज के लोग मौजूद थे।