
भारतीय सशस्त्र बलों को दुनिया भर में उनकी वीरता, समर्पण और मानवता के लिए जाना जाता है। इसकी एक मिसाल हाल ही में अरब सागर में देखने को मिली, जहां भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद ने एक पाकिस्तानी नाविक को आपातकालीन चिकित्सकीय सहायता देकर इंसानियत की एक मिसाल पेश की।
ईरानी नाव से मिला इमरजेंसी कॉल
यह घटना 4 अप्रैल की है, जब ईरानी मछली पकड़ने वाली नाव ‘अल उमैदी’ से एक आपातकालीन संदेश भारतीय नौसेना को प्राप्त हुआ। उस समय INS त्रिकंद ओमान के तट से लगभग 350 नॉटिकल मील दूर गश्त पर था। संदेश मिलते ही भारतीय नौसेना ने तत्काल प्रतिक्रिया दी।
गंभीर रूप से घायल था पाकिस्तानी नाविक
जांच में पता चला कि नाव पर कार्यरत एक पाकिस्तानी नाविक के हाथ की उंगलियों में गहरी चोट लगी थी और काफी खून बह चुका था। उसकी हालत गंभीर थी, इसलिए उसे पहले ही एक अन्य ईरानी नाव ‘एफवी अब्दुल रहमान हंज़िया’ पर भेज दिया गया था, जो ईरान की दिशा में जा रही थी।
इस नाव पर 11 पाकिस्तानी (9 बलोच, 2 सिंधी) और 5 ईरानी क्रू मेंबर सवार थे। नौसेना के अनुसार, घायल पाकिस्तानी नाविक की स्थिति चिंताजनक थी और उसे तत्काल उपचार की आवश्यकता थी।
INS त्रिकंद की टीम ने संभाला मोर्चा
भारतीय नौसेना की ओर से INS त्रिकंद ने तुरंत अपना मार्ग बदला और घायल नाविक तक पहुंची। मेडिकल ऑफिसर, मरीन कमांडो (मार्कोस) और बोर्डिंग टीम के साथ विशेषज्ञों ने नाव पर जाकर इलाज शुरू किया।
नाविक को स्थानीय एनेस्थीसिया देकर लगभग तीन घंटे की सर्जरी की गई, जिसमें घायल उंगलियों की सिलाई और प्लास्टर किया गया। समय रहते खून बहना रोक दिया गया, जिससे गैंगरीन जैसी गंभीर स्थिति से बचाव हो सका।
जरूरी दवाइयों की भी मदद
भारतीय नौसेना ने सिर्फ सर्जरी ही नहीं की, बल्कि ईरानी नाव को एंटीबायोटिक और अन्य जरूरी दवाइयां भी प्रदान कीं, ताकि नाविक को ईरान पहुंचने तक उचित देखभाल मिल सके।
क्रू मेंबर्स ने जताया आभार
घटना के बाद ईरानी नाव पर मौजूद सभी क्रू सदस्यों ने भारतीय नौसेना का आभार जताया और कहा कि समय पर मिली इस सहायता से उनके साथी की जान बच सकी।