बार-बार मेहंदी लगाने से हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान – जानिए बालों को बचाने के सही तरीके

बार-बार मेहंदी लगाने से हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान – जानिए बालों को बचाने के सही तरीके
बार-बार मेहंदी लगाने से हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान – जानिए बालों को बचाने के सही तरीके

मेहंदी को सदियों से बालों को रंगने के लिए एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प माना जाता रहा है। इसके उपयोग से बालों को सुंदर लाल-भूरा रंग तो मिलता ही है, साथ ही बालों में कंडीशनिंग का असर भी देखने को मिलता है। खासतौर पर जब रासायनिक रंगों के साइड इफेक्ट्स का डर हो, तो लोग मेहंदी को ही चुनते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार मेहंदी लगाने से बालों को कई तरह से नुकसान भी हो सकता है?

जी हां, नेचुरल होने के बावजूद लगातार या अत्यधिक मात्रा में मेहंदी लगाने से बालों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि अगर आप भी अपने बालों में बार-बार मेहंदी लगा रहे हैं, तो आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इससे कौन-कौन से साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

बालों में रूखापन और भंगुरता

बहुत ज्यादा मेहंदी लगाने से बालों का नेचुरल ऑइल खत्म होने लगता है, जिससे बाल ड्राय और बेजान हो जाते हैं।

  • मेहंदी में टैनिन्स (Tannins) नामक तत्व होते हैं जो बालों से नमी को सोख लेते हैं।
  • शुरुआत में बाल चमकदार और स्मूद लग सकते हैं, लेकिन लगातार उपयोग से बालों की नमी खो जाती है।
  • इसके परिणामस्वरूप बाल दोमुंहे, भंगुर और टूटने वाले हो जाते हैं।

क्या करें: यदि आपको मेहंदी लगानी भी हो, तो उसमें थोड़ा नारियल या जैतून का तेल मिलाएं जिससे मॉइस्चर बना रहे।

बालों की बनावट में बदलाव

प्राकृतिक रूप से सिल्की और स्मूद बाल रखने वालों के लिए यह एक बड़ा खतरा है।

  • बार-बार मेहंदी लगाने से बालों की सतह पर एक परत जम जाती है, जिससे बाल भारी और खुरदरे लगने लगते हैं।
  • बालों का नैचुरल टेक्सचर बदल सकता है, खासतौर पर अगर आप महीन या सीधे बालों वाली हैं।
  • समय के साथ बालों में वो कोमलता और लचीलापन खत्म हो सकता है।

क्या करें: अगर टेक्सचर में बदलाव महसूस हो रहा है, तो मेहंदी लगाने के बीच लंबा गैप रखें और डीप कंडीशनिंग जरूर करें।

बालों का झड़ना और पतलापन

यह एक आम गलतफहमी है कि मेहंदी से बाल मजबूत होते हैं।

  • अधिक इस्तेमाल से स्कैल्प की नमी खत्म हो जाती है, जिससे बालों की जड़ें कमजोर पड़ जाती हैं।
  • इससे बालों का झड़ना शुरू हो जाता है और धीरे-धीरे हेयर वॉल्यूम कम हो सकता है।
  • बाल पतले, कमजोर और बेजान लगने लगते हैं।

क्या करें: हफ्ते में एक बार तेल मालिश जरूर करें और बालों को पोषण देने वाली डाइट लें।

एलर्जी और स्कैल्प में जलन

भले ही मेहंदी नेचुरल हो, लेकिन सभी के स्किन टाइप के लिए यह सूट नहीं करती।

  • कुछ लोगों को मेहंदी से एलर्जी, खुजली, जलन और रेडनेस हो सकती है।
  • लगातार इस्तेमाल करने से यह कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस जैसी समस्या भी पैदा कर सकती है।
  • संवेदनशील स्कैल्प वालों को इसका इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट करना चाहिए।

क्या करें: हर बार नया पेस्ट लगाने से पहले एक छोटा पैच टेस्ट जरूर करें और स्कैल्प में जलन हो तो तुरंत धो लें।

दूसरे रंग चढ़ना हो जाता है मुश्किल

यह एक ऐसा साइड इफेक्ट है जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं।

  • बार-बार मेहंदी लगाने से बालों पर एक गाढ़ी परत बन जाती है।
  • इस परत के कारण यदि आप कभी सिंथेटिक हेयर कलर लगाना चाहें, तो रंग असमान, हरा या नारंगी जैसा दिख सकता है।
  • कई बार रंग को हटाना इतना मुश्किल हो जाता है कि बालों को दोबारा कलर करना ही असंभव लगता है।

क्या करें: अगर भविष्य में किसी और हेयर कलर का इस्तेमाल करना है, तो मेहंदी का बहुत सीमित और सोच-समझकर इस्तेमाल करें।