बाजार में जारी होंगे 10 और 500 रुपए के नए नोट, अब पुराने नोटों का क्या होगा? विस्तार से जानिए

नए आरबीआई गवर्नर के कार्यभार संभालने के बाद कई महत्वपूर्ण अपडेट सामने आए हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार के अलावा मुद्रास्फीति में भी कमी आई है तथा ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला भी शुरू हो गया है। अप्रैल के पहले सप्ताह में होने वाली एमपीसी की बैठक में रेपो रेट में कटौती की उम्मीद भी जताई गई है। अब आरबीआई की ओर से दी गई अपडेट में कहा गया है कि वह जल्द ही महात्मा गांधी की नई सीरीज में 10 रुपये और 50 रुपये के नोट जारी करेगा। नई श्रृंखला पर राज्यपाल संजय मल्होत्रा ​​के हस्ताक्षर होंगे। 

पहले जारी किए गए नोटों के बारे में
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि इन नोटों का डिजाइन नई महात्मा गांधी श्रृंखला के 10 और 500 रुपये के नोटों के समान होगा। रिजर्व बैंक द्वारा पहले जारी किए गए सभी 10 रुपए के नोट वैध माने जाएंगे। इसी प्रकार महात्मा गांधी की नई श्रृंखला में पहले जारी किए गए 500 रुपये के नोट भी वैध रहेंगे। पिछले महीने की शुरूआत में आरबीआई ने गवर्नर मल्होत्रा ​​के हस्ताक्षर के साथ 100 और 200 रुपये के नोट जारी करने की घोषणा की थी। 

9 अप्रैल को नीतिगत फैसलों पर अपडेट।
रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक 7 अप्रैल से शुरू हो रही है। आरबीआई गवर्नर 9 अप्रैल को नीतिगत फैसलों की घोषणा करेंगे। यह बैठक चालू वित्त वर्ष की पहली बैठक होगी। इसलिए इसे बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस बैठक में एक बार फिर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है। 

यदि इस बार भी रेपो दर में कटौती की जाती है तो यह लगातार दूसरी बार होगा जब रेपो दर में कमी होगी। फिलहाल यह 6.25 प्रतिशत है। इस बार भी यदि इसमें 25 आधार अंकों की कटौती की जाती है तो यह 6 प्रतिशत पर आ जाएगी। उम्मीद है कि आरबीआई के इस फैसले से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले फरवरी में नए आरबीआई गवर्नर ने अपनी पहली एमपीसी बैठक में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया था।