
जल्द ही फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग पूरी तरह से मुफ्त नहीं रहेगा। Meta (मेटा) अब एक पेड सब्सक्रिप्शन मॉडल पेश करने की तैयारी में है, जिसमें यूजर्स को विज्ञापन-मुक्त अनुभव के लिए हर महीने शुल्क देना होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कदम विशेष रूप से यूरोपियन यूनियन (EU) के यूजर्स को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है। Meta की योजना है कि वह विज्ञापन-रहित अनुभव के लिए यूजर्स से प्रति माह 14 डॉलर (लगभग 1,190 रुपये) चार्ज करे। हालांकि, जो यूजर्स विज्ञापनों के साथ प्लेटफॉर्म का उपयोग जारी रखना चाहते हैं, उनके लिए ये सेवाएं अब भी मुफ्त रहेंगी।
क्या होगा Combo Offer?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, Meta एक कॉम्बो प्लान भी ला सकता है, जिसमें फेसबुक और इंस्टाग्राम दोनों का विज्ञापन-मुक्त अनुभव मिलेगा। इस पैकेज की कीमत 17 डॉलर प्रति माह (लगभग 1,445 रुपये) हो सकती है। हालांकि, यह सुविधा फिलहाल केवल डेस्कटॉप यूजर्स के लिए ही उपलब्ध होगी।
यूरोपियन यूनियन के सख्त नियमों का असर
Meta का यह निर्णय EU के नए डिजिटल नियमों के चलते सामने आया है। यूरोपियन यूनियन ने हाल ही में सोशल मीडिया कंपनियों को यह निर्देश दिया कि वे यूजर्स की ब्राउज़िंग गतिविधियों के आधार पर टारगेटेड विज्ञापन दिखाने से बचें।
अब तक, Meta और Google जैसी कंपनियां यूजर्स के डेटा का विश्लेषण कर पर्सनलाइज़्ड विज्ञापन दिखाकर अरबों डॉलर का मुनाफा कमा रही थीं। EU के नए निर्देशों के तहत, यदि कोई कंपनी यूजर की अनुमति के बिना डेटा प्रोसेसिंग करती है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
Meta की प्रतिक्रिया
Meta ने कहा है कि वह अब विज्ञापन दिखाने से पहले यूजर्स से स्पष्ट सहमति लेगा और बिना परमिशन के किसी को पर्सनलाइज्ड ऐड्स नहीं दिखाएगा। इस मुद्दे पर अमेरिका में भी बहस तेज है, जहां सोशल मीडिया कंपनियों की यूजर डेटा निगरानी और टारगेटिंग रणनीति पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
क्या है Subscription No Ads (SNA) मॉडल?
Subscription No Ads (SNA) मॉडल एक ऐसा सब्सक्रिप्शन सिस्टम है, जहां यूजर्स को विज्ञापन-मुक्त अनुभव के लिए भुगतान करना होगा। यह मॉडल टेक कंपनियों के लिए बदलते नियामक माहौल में राजस्व बनाए रखने का एक नया तरीका बनता जा रहा है। Meta के इस कदम को यूरोपियन यूनियन के कड़े डेटा प्रोटेक्शन नियमों के प्रति संतुलन बनाने वाला प्रयास माना जा रहा है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने पेड मॉडल पर विचार किया है। 2023 में भी इसी तरह के एक प्रस्ताव पर चर्चा की जा चुकी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि EU इस मॉडल को किस तरह गाइड करता है और अन्य टेक कंपनियां इसे किस तरह अपनाती हैं।
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