प्रोबायोटिक्स पेट के बैक्टीरिया के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन क्या इन्हें रोजाना लिया जाना चाहिए

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आजकल प्रोबायोटिक्स के फायदों के बारे में सुनना आम बात हो गई है। अक्सर यह सलाह दी जाती है कि पेट दर्द, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन फायदेमंद होता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि प्रोबायोटिक्स क्या हैं, ये कैसे काम करते हैं और क्या इन्हें रोजाना लेना सुरक्षित है? आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं।

प्रोबायोटिक्स क्या हैं?

प्रोबायोटिक्स ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं। ये शरीर में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आमतौर पर प्रोबायोटिक्स दही, छाछ और पनीर जैसे खाद्य पदार्थों के ज़रिए प्राप्त किए जाते हैं। इसके अलावा, बाज़ार में कई तरह के प्रोबायोटिक सप्लीमेंट भी उपलब्ध हैं।

प्रोबायोटिक्स के लाभ

डॉ. पल्लवी मेहता के अनुसार, प्रोबायोटिक्स हमारे पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ाने में सहायक होते हैं। यह बैक्टीरिया दस्त,  कब्ज  और अन्य पाचन समस्याओं को कम करने में मदद करता है। जब शरीर में बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है, खासकर दस्त जैसी स्थिति में, प्रोबायोटिक्स राहत प्रदान कर सकते हैं।

क्या आपको प्रतिदिन प्रोबायोटिक्स का सेवन करना चाहिए?

हालांकि प्रोबायोटिक्स फायदेमंद हैं, लेकिन इसे रोजाना लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना जरूरी है- 

– डॉक्टर की सलाह के बिना प्रोबायोटिक्स का नियमित सेवन आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। खासकर उन लोगों में जो पहले से स्वस्थ हैं या एंटीबायोटिक्स ले रहे हैं।

– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ विदेशी मामलों में प्रोबायोटिक्स के सेवन से खून में फंगल फैलने जैसी समस्याएं देखी गई हैं। ऐसे मामलों में प्रोबायोटिक्स के सेवन से बिना किसी शारीरिक समस्या के भी समस्या हो सकती है। 

– पाचन समस्याओं के दौरान बच्चों को प्रोबायोटिक्स देना उचित नहीं है। बच्चों पर इसका प्रभाव कम होता है और अन्य उपचार विधियों पर विचार करना अधिक उचित हो सकता है।