तेल विपणन कंपनियां हर दिन पेट्रोल और डीजल की नई कीमतों की घोषणा करती हैं। तेल विपणन कंपनियों में एचपीसीएल, बीपीसीएल और आईओसीएल शामिल हैं। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करता है। ईंधन की कीमतों में बदलाव का सबसे बड़ा कारण कच्चे तेल की चाल है। तेल विपणन कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। डीजल की बढ़ती कीमतों का भारत के परिवहन क्षेत्र पर असर पड़ रहा है। इस वृद्धि के कारण डीजल वाहनों पर निर्भर व्यवसायों की परिचालन लागत में वृद्धि हुई है। इसका विभिन्न उद्योगों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है, जिसमें लॉजिस्टिक्स, सार्वजनिक परिवहन और वितरण सेवाएं शामिल हैं।
भारत के इन शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपये और डीजल की कीमत 87.67 रुपये दर्ज की गई है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.50 रुपये और डीजल की कीमत 90.03 रुपये दर्ज की गई है।
चेन्नई में पेट्रोल 100.80 रुपये और डीजल 92.39 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 105.01 रुपये और डीजल की कीमत 91.82 रुपये दर्ज की गई है।
शहर | पेट्रोल (रु.) | डीजल(आरयू) |
भावनगर | 91.77 | 86.11 |
जामनगर | 94.85 | 90.51 |
अहमदाबाद | 94.49 | 90.17 |
राजकोट | 94.27 | 89.96 |
सूरत | 94.32 | 90.01 |
वडोदरा | 94.23 | 89.90 |
डीजल की कीमतें यहां देखें
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों पर आधारित हैं। भारतीय तेल विपणन कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों की समीक्षा के बाद प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की कीमतें तय करती हैं। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम तेल कंपनियां हर सुबह 6 अलग-अलग शहरों के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमत की जानकारी अपडेट करती हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन बदलती हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज सुबह 6 बजे अपडेट की जाती हैं। उत्पाद शुल्क, डीलर कमीशन और वैट जोड़ने के बाद उनकी कीमतें मूल कीमत से लगभग दोगुनी हो जाती हैं। इसके कारण, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में होने वाले छोटे-छोटे बदलावों का भी भारतीय उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ता है। ईंधन की कीमतों में इस बढ़ोतरी से आम आदमी की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में वैश्विक बाजार में तेल की कीमतें किस करवट बैठेंगी और घरेलू बाजार पर इसका क्या असर होगा।