युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए हाल के महीनों में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। गलत कारणों से वह लगातार सुर्खियों में रहे हैं, जबकि बल्ले से उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। मुंबई क्रिकेट टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी से उन्हें अनुशासनहीनता के चलते बाहर कर दिया था, और रणजी ट्रॉफी के पहले चरण में भी वह टीम से बाहर रहे। हालांकि, शॉ ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वापसी की थी, लेकिन उन्हें मुंबई की टीम में लौटने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। भारतीय टीम में उनकी वापसी के रास्ते लगभग बंद हो चुके हैं।
इस बीच, पृथ्वी शॉ ने आगामी घरेलू मैचों की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक स्टोरी शेयर की, जिसमें वह भारतीय टीम की ट्रेनिंग जर्सी पहने हुए नजर आ रहे हैं। साथ ही, उन्होंने आलोचकों को जवाब देते हुए लिखा, “आप मुझे गेम से बाहर रख सकते हो, लेकिन आप मुझे काम करने से नहीं रोक सकते।”
पृथ्वी शॉ आईपीएल 2025 मेगा नीलामी में अनसोल्ड रहे थे। वह 2018 से 2024 तक दिल्ली की टीम का हिस्सा रहे थे, जिसने उन्हें आईपीएल 2022 नीलामी से पहले रिटेन किया था। शॉ ने 2022 में 10 मैच खेले, जबकि आईपीएल 2023 में उन्होंने केवल आठ मैचों में 106 रन बनाए। आईपीएल 2024 में उनकी स्थिति में सुधार हुआ, लेकिन वह केवल 198 रन बना सके।
मुंबई क्रिकेट संघ के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि शॉ की खराब फिटनेस, रवैया और अनुशासन संबंधी समस्याओं के कारण टीम को कई बार मैदान पर उन्हें छिपाना पड़ा। अधिकारी ने कहा, “सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हमें दस फील्डरों के साथ खेलना पड़ा क्योंकि उसे छिपाना पड़ता था। गेंद उसके पास से निकल जाती थी और वह पकड़ नहीं पाता था।”
उन्होंने आगे कहा, “बल्लेबाजी के दौरान भी उसे गेंद तक पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। उसकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है, और सभी खिलाड़ियों के लिए नियम समान होने चाहिए। सीनियर खिलाड़ी भी उसके रवैये की शिकायत करने लगे थे।”