पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ भड़की हिंसा अब आसपास के जिलों में फैल रही है। मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली में विरोध प्रदर्शन हुए। इस हिंसा के दौरान पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। और पुलिस पर पत्थर फेंके गए। तनावपूर्ण स्थिति के कारण कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इसके अलावा, लगभग 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर हिंसा फैलाने का आरोप है।
हिंसक विरोध प्रदर्शन के कारण स्थिति और खराब हो गई।
पुलिस के मुताबिक सबसे ज्यादा हिंसा मुर्शिदाबाद में फैली है। जिसके बाद सुती इलाके में 70 और समसेरगंज में 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि स्थिति अभी भी गंभीर है। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की मौजूदगी बनी हुई है। किसी को भी एक स्थान पर एकत्र होने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। मुस्लिम बहुल सुती में पुलिस की गोलीबारी में एक युवक घायल हो गया, जिसे कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसा
भाजपा ने वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा के लिए ममता बनर्जी की आलोचना की है। भाजपा ने कहा है कि अगर सरकार स्थिति को संभालने में विफल रहती है तो वे केंद्र सरकार से मदद मांग सकते हैं। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक्सपर्ट पर एक पोस्ट में कहा कि मुर्शिदाबाद में विरोध प्रदर्शन, कोई विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि लोकतंत्र और शासन के खिलाफ जिहादी ताकतों द्वारा रची गई एक सुनियोजित साजिश थी। ये ताकतें समाज में अराजकता फैलाकर और अन्य समुदायों में भय पैदा करके अपना प्रभुत्व स्थापित करना चाहती हैं।
हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
भाजपा नेता ने कहा कि वक्फ का विरोध करने वालों ने न केवल सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। लेकिन उन्होंने सरकारी अधिकारियों पर हमला करके भय का माहौल भी पैदा कर दिया है। इस घटना के बाद ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी चौंकाने वाली है। अधिकारी ने हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।