थाईलैंड में भूकंप: 154 लोगों की मौत, हजारों बेघर, भारत ने क्या मदद भेजी?

7.7 तीव्रता के भूकंप ने म्यांमार और थाईलैंड में तबाही मचा दी है। 154 लोग मारे गए हैं और 732 घायल हुए हैं। म्यांमार में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। जिसके बाद भारत ने मदद के लिए राहत सामग्री भेजी है। शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप के बाद दुनिया भर से मदद मांगी गई है। स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। सरकार ने मदद के लिए हर संभव प्रयास किया है।

 

भूकंप से कितनी तबाही हुई?

म्यांमार-थाईलैंड में 7.7 तीव्रता के भूकंप में 154 लोगों की मौत हो गई है और 732 घायल हो गए हैं। भारत ने खुद को एक अच्छे मित्र के रूप में पेश करते हुए म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है। इस बीच, म्यांमार में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है तथा बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार और थाईलैंड भूकंप से हिल गए। शुक्रवार सुबह आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई। भूकंप का केन्द्र म्यांमार के मांडले शहर के निकट था, जिसकी जनसंख्या लगभग 15 लाख है। यहां भूकंप इतना तेज था कि इसने थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक समेत कई इलाकों को हिलाकर रख दिया। इसके झटके बांग्लादेश, चीन और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों तक महसूस किये गये। इस बीच म्यांमार की जुंटा सरकार ने दुनिया भर से मदद की अपील की है, जिसके बाद भारत ने भी राहत सामग्री भेजी है।

दो शहरों में भारी क्षति

भूकंप से म्यांमार के दो शहरों में भारी क्षति हुई, जहां राजधानी नेपीता से प्राप्त चित्रों में बचाव दल लोगों को मलबे से बाहर निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब तक 154 लोग मारे गए हैं और 732 लोग घायल हुए हैं। बैंकॉक में एक निर्माणाधीन इमारत के ढह जाने से आठ लोगों की मौत हो गई तथा 117 मजदूर मलबे में फंस गए। अधिकारियों के अनुसार, थाईलैंड में निर्माण स्थलों पर कुल तीन लोगों की मौत हो गई है और बचाव कार्य जारी है।

म्यांमार-थाईलैंड में भूकंप से हुई तबाही पर 10 ताज़ा अपडेट

1. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप के केंद्र के पास लगभग 800,000 लोग इस भीषण भूकंप से प्रभावित हुए हैं और मरने वालों की संख्या 1,000 से अधिक हो सकती है।

2. सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, म्यांमार के पांच शहरों में इमारतें ढह गईं, एक रेलवे पुल और यांगून-मांडले एक्सप्रेसवे पर एक सड़क पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया।

3. 90 साल पुराना एक प्रतिष्ठित पुल इरावदी नदी में गिर गया। इसके अतिरिक्त, ऐतिहासिक मंडाले पैलेस का एक हिस्सा भी ढह गया।

4. म्यांमार की सैन्य सरकार ने सागाइंग, मांडले और राजधानी नेपीता सहित छह क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। बचाव कार्य जारी है, लेकिन क्षतिग्रस्त पुलों के कारण दूरदराज के इलाकों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

5. थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में लोग दहशत में सड़कों पर उतर आए। कई होटलों में मेहमान तौलिये और स्विमवियर पहनकर इधर-उधर भागते नजर आए।

6. एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक लग्जरी होटल की ऊंचाई से पूल का पानी गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। शुक्रवार दोपहर को थाईलैंड स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार बंद रहा, जबकि मेट्रो सेवाएं भी प्रभावित रहीं।

7. बांग्लादेश के ढाका और चटगांव में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। चीन के युन्नान प्रांत में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये, लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। भारत में कोलकाता, इम्फाल और मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में हल्के भूकंप के झटके दर्ज किए गए, लेकिन किसी नुकसान की खबर नहीं आई।

8. म्यांमार के सैन्य शासक मिन आंग ह्लाइंग ने अंतर्राष्ट्रीय मदद की अपील की, जिसके बाद भारत ने तत्काल सहायता भेजने की घोषणा की। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के मद्देनजर भारत लगभग 15 टन राहत सामग्री भेज रहा है। यह सामग्री हिंडन एयरबेस से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सी-130जे विमान द्वारा भेजी गई।

9. इन राहत सामग्रियों में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, तैयार भोजन, जल शोधन संयंत्र, स्वच्छता किट, सौर लैंप, जनरेटर सेट और आवश्यक दवाएं शामिल हैं। इसमें पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सिरिंज, दस्ताने, कॉटन स्वैब, मूत्र बैग आदि जैसी चिकित्सा आपूर्तियां शामिल हैं।

10. भारत ने म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपनी तत्परता का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत हर संभव सहायता प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मैं म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप की स्थिति को लेकर चिंतित हूं। मैं सभी की सुरक्षा और खुशहाली की कामना करता हूँ। भारत हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। विदेश मंत्रालय को दोनों सरकारों के साथ संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है।