
तीन दिन की छुट्टियों के बाद भारतीय शेयर बाजारों ने मंगलवार को नई ऊर्जा के साथ शुरुआत की। बाजार खुलते ही तेज़ी का माहौल बना और प्रमुख सूचकांकों में जोरदार उछाल देखने को मिला। सेंसेक्स 1,750.37 अंक चढ़कर 76,907.63 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी में 539.8 अंकों की बढ़त दर्ज की गई और यह 23,368.35 पर पहुंचा। इससे पहले, 11 अप्रैल को भी बाजार में शानदार तेजी देखी गई थी, जब सेंसेक्स 1,310 अंक बढ़कर 75,157.26 पर और निफ्टी 429 अंकों की छलांग के साथ 22,828.55 पर बंद हुआ था।
इन तीन दिनों में दो वीकेंड और अंबेडकर जयंती की छुट्टी शामिल थी, जिसके चलते बाजार बंद थे।
वैश्विक संकेतों का असर
आज के कारोबार की दिशा वैश्विक संकेतों पर काफी हद तक निर्भर है। एशियाई बाजारों ने सकारात्मक शुरुआत की है, जिसका मुख्य कारण वॉल स्ट्रीट की मजबूत क्लोजिंग है। जापान का निक्केई 1.04% और टॉपिक्स 1.14% की बढ़त के साथ खुले। दक्षिण कोरिया का कोस्पी भी हरे निशान में रहा, हालांकि कोसडैक में मामूली गिरावट दर्ज की गई। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 भी हल्के बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी बाजारों की स्थिति
सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी तेजी का माहौल रहा। डॉव जोन्स, एसएंडपी 500 और नैस्डैक तीनों प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। टेक शेयरों में आई तेजी ने नैस्डैक को 0.64% ऊपर पहुंचा दिया। हालांकि, इस तेजी के बीच अमेरिका द्वारा फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर के आयात की जांच शुरू किए जाने से निवेशकों के बीच चिंता बढ़ी है। इससे टैरिफ लगाए जाने की संभावना बनी है, जो वैश्विक सप्लाई चेन और निवेश भावना को प्रभावित कर सकता है।
डॉलर, रुपया और कच्चा तेल
डॉलर इंडेक्स में 0.23% की मजबूती दर्ज की गई और यह 99.87 पर पहुंच गया। पिछली बार भारतीय रुपया 86.05 पर बंद हुआ था। कच्चे तेल की कीमतों में भी तेजी आई है, जिससे घरेलू बाजारों पर दबाव पड़ सकता है।
विदेशी और घरेलू निवेशकों की चाल
विदेशी निवेशकों ने लगातार नौवें दिन बिकवाली जारी रखते हुए 2,519 करोड़ रुपये बाजार से निकाले। दूसरी ओर, घरेलू निवेशकों ने भरोसा बनाए रखते हुए 3,759 करोड़ रुपये की खरीदारी की। सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जो भू-राजनीतिक तनावों में थोड़ी राहत का संकेत है।