तपती धूप और एसी का तापमान अंतर: बीमारी से बचने के लिए कैसे करें मैनेज?

तपती धूप और एसी का तापमान अंतर: बीमारी से बचने के लिए कैसे करें मैनेज?
तपती धूप और एसी का तापमान अंतर: बीमारी से बचने के लिए कैसे करें मैनेज?

गर्मियों के मौसम में बाहर की गर्मी और ऑफिस की एसी के ठंडे तापमान के बीच का अंतर हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। लगातार गर्मी से ठंडी जगहों पर जाना और फिर गर्मी में लौटना शरीर के लिए तनावपूर्ण हो सकता है, जिससे सर्दी, खांसी, गले में खराश या थकान जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि इस तापमान में बदलाव को कैसे मैनेज किया जाए ताकि आपकी सेहत पर कोई बुरा असर न पड़े।

1. शरीर को हाइड्रेटेड रखें

गर्मी में पसीना आने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और एसी की ठंडी हवा त्वचा को रूखा बना सकती है। इसलिए, दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं। गुनगुना पानी, नींबू पानी या नारियल पानी पीना फायदेमंद है। कैफीन युक्त पेय जैसे चाय और कॉफी से बचें, क्योंकि ये शरीर से पानी की कमी को बढ़ा सकते हैं।

2. सही कपड़े पहनें

गर्मी में बाहर निकलते समय हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें जो आपको आरामदायक महसूस कराएं। साथ ही, टैन से बचने के लिए चेहरे को गमछा या स्कार्फ से ढकें। यूवी रेज से आंखों को बचाने के लिए सनग्लासेस का इस्तेमाल करें। ऑफिस में एसी की ठंडक से बचने के लिए जैकेट या हुडी पहनें। कुछ लोग सर्दी से बचने के लिए शॉल का भी इस्तेमाल करते हैं। इस प्रकार, तापमान के हिसाब से कपड़े बदलें।

3. तापमान में धीरे-धीरे ढलें

जब आप ऑफिस से बाहर निकलते हैं या ऑफिस में आते हैं, तो कुछ समय रुककर कमरे के अंदर जाएं। उदाहरण के लिए, ऑफिस की लॉबी में कुछ मिनटों तक खड़े रहें ताकि आपके शरीर को तापमान के बदलाव के लिए समय मिल सके। इससे अचानक होने वाले तनाव को कम किया जा सकता है।

4. इम्यूनिटी को मजबूत करें

तापमान में बदलाव से बीमार होने का खतरा बढ़ सकता है। इसके लिए विटामिन C से भरपूर फल जैसे संतरा, अमरूद और मौसमी खाएं। अदरक, तुलसी और शहद का काढ़ा पीने से इम्यूनिटी को भी बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, पर्याप्त नींद और हल्की एक्सरसाइज भी सेहत के लिए जरूरी है।

5. एसी का तापमान संतुलित रखें

ऑफिस में एसी का तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें। बहुत कम तापमान से न केवल आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है, बल्कि यह बिजली की बर्बादी का कारण भी बनता है। अगर संभव हो, तो समय-समय पर एसी बंद करें और खिड़कियां खोलें।

6. त्वचा और आंखों की देखभाल करें

एसी की हवा त्वचा और आंखों को रूखा बना सकती है। इसके लिए मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें और डॉक्टर की सलाह पर आई ड्रॉप्स का भी उपयोग करें। बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाना भी महत्वपूर्ण है, ताकि धूप से बचाव किया जा सके।

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