ट्रम्प की टैरिफ नीति के बीच चीन की नजर एशियाई देशों पर, भारत से और अधिक उत्पाद खरीदने की तत्परता दिखाई

ट्रम्प टैरिफ के खिलाफ चीन की कार्रवाई : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सख्त टैरिफ नीति के कारण चीन भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है। बीजिंग के राजदूत ने दावा किया है कि व्यापार संतुलन के लिए चीन अमेरिका के बजाय भारत से अधिक सामान आयात करेगा। जापान और दक्षिण कोरिया के साथ चीन ने भी अमेरिकी टैरिफ का जवाब देने की तैयारी कर ली है। 

बीजिंग के राजदूत झू फेयांग ने मीडिया को बताया कि अमेरिका द्वारा टैरिफ की घोषणा के बाद हम भारत के साथ व्यापार और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करने तथा सहयोग स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं। अधिकाधिक भारतीय उत्पादों का चीनी बाजार में आयात किया जाएगा। 

भारत और चीन के बीच 101.7 अरब डॉलर का व्यापार

भारत और चीन के बीच संबंध भले ही कटु हों, लेकिन द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध मजबूत हैं। देश के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में दोनों देशों के बीच 101.7 बिलियन डॉलर का व्यापार होगा। पेट्रोलियम तेल, लौह अयस्क, समुद्री उत्पाद और वनस्पति तेल सहित भारत के प्रमुख आयातों का कुल मूल्य 16.6 बिलियन डॉलर था। 

 

पारस्परिक टैरिफ 2 अप्रैल से लागू हो सकता है

ट्रम्प ने 2 अप्रैल से पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा की है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने उन देशों पर टैरिफ लगाने की अपनी तत्परता दिखाई है जो उस पर टैरिफ लगाते हैं। इसके अलावा, उसने सभी चीनी उत्पादों पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाने की भी घोषणा की। संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह ट्रम्प की नीतियां भी व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकती हैं। इससे विश्व भर में व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ रही है। 

चीन की नजर एशियाई बाजारों पर

भारत से अधिक उत्पाद खरीदने की चीन की इच्छा के अलावा, वह जापान और दक्षिण कोरिया के साथ व्यापार संबंधों को भी गहरा करने की तैयारी कर रहा है। चीनी सरकारी मीडिया ने कहा कि वे जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर अमेरिकी टैरिफ का जवाब देने के लिए तैयार हैं। जापान और दक्षिण कोरिया चीन से सेमीकंडक्टर चिप्स आयात करना चाहते हैं, जबकि चीन भी जापान और दक्षिण कोरिया से चिप उत्पाद खरीदना चाहता है। तीनों देश आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने और निर्यात नियंत्रण पर चर्चा करने पर सहमत हुए हैं।