टेरेंस लुईस का खुलासा: रियलिटी शोज़ में सब कुछ असली नहीं होता

22 वर्षीय कंटेंट क्रिएटर ने कबूला- 4 साल तक 'गे' होने का किया नाटक, अब कहा 'सिर्फ एक्सपेरिमेंट था'। जानें पूरी कहानी।
22 वर्षीय कंटेंट क्रिएटर ने कबूला- 4 साल तक ‘गे’ होने का किया नाटक, अब कहा ‘सिर्फ एक्सपेरिमेंट था’। जानें पूरी कहानी।

बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर टेरेंस लुईस ने हाल ही में एक इंटरव्यू में रियलिटी शोज़ की दुनिया को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने माना है कि ये शोज़ पूरी तरह से अस्क्रिप्टेड नहीं होते, बल्कि कई चीजें पहले से प्लान की जाती हैं। पिंकविला को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि टीवी पर दिखाए जाने वाले कई “खास पल” वास्तव में रियल नहीं होते, बल्कि दर्शकों को बांधे रखने के लिए जानबूझकर रचे जाते हैं।

रियलिटी शोज़ में कितना सच, कितना दिखावा?

टेरेंस ने साफ कहा कि डांस, जजमेंट और प्रतिभा असली होती है, लेकिन जो चीजें शो को ज्यादा रोचक और नाटकीय बनाती हैं, वे पहले से स्क्रिप्ट की जाती हैं। उन्होंने बताया कि मंच पर होने वाली कई बातचीत, गेस्ट को बुलाने के तरीके और यहां तक कि कुछ इमोशनल या मजेदार मोमेंट्स भी पहले से तय होते हैं।

दीपिका पादुकोण के साथ डांस – एक योजनाबद्ध पल

इंटरव्यू के दौरान टेरेंस को एक पुरानी तस्वीर दिखाई गई, जिसमें वे ‘डांस इंडिया डांस लिटिल मास्टर्स’ के मंच पर दीपिका पादुकोण के साथ डांस कर रहे थे। यह फोटो उस समय की थी जब दीपिका अपनी फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ के प्रमोशन के लिए शो में आई थीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टेरेंस ने कहा कि ऐसे मोमेंट्स अचानक नहीं होते, बल्कि पहले से प्लान किए जाते हैं।

शो की टीआरपी के लिए होती है प्लानिंग

टेरेंस ने यह भी स्वीकार किया कि रियलिटी शोज़ में बहुत कुछ टीआरपी बढ़ाने के मकसद से किया जाता है। उन्होंने कहा कि लोग सोचते हैं हम अपने मन से मंच पर परफॉर्म करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि अक्सर हमें ऐसा करने को कहा जाता है। उन्होंने बताया कि गेस्ट और कंटेस्टेंट के साथ जो बातचीत टीवी पर दिखाई जाती है, वह भी ज्यादातर स्क्रिप्टेड होती है।

नाटकीयता की मांग – एक सच्चाई

टेरेंस ने दीपिका के साथ एक डांस मोमेंट को याद करते हुए कहा कि उन्हें मंच पर एक विशेष नाटकीय दृश्य तैयार करने के लिए कहा गया था। दीपिका को इस बारे में जानकारी नहीं थी, इसलिए सीन को वास्तविक दिखाने के लिए उन्होंने उस पल में ही अभिनय किया। उन्होंने कहा कि टीवी की दुनिया बहुत चुनौतीपूर्ण होती है – न समय होता है, न पर्याप्त बजट, इसलिए कई बार तुरंत निर्णय लेने पड़ते हैं।

दर्शकों की पसंद बन रही है कारण

टेरेंस ने यह भी बताया कि ऐसे स्क्रिप्टेड मोमेंट्स करने के लिए कई बार उन पर भी दबाव बनाया गया। उन्होंने ‘इंडियाज बेस्ट डांसर’ का एक उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन्हें एक नाटकीय सीन प्लान करने को कहा गया तो उन्होंने पहले आपत्ति जताई, लेकिन जब उन्हें दिखाया गया कि इस तरह के पल दर्शकों को ज्यादा पसंद आते हैं और शो की रेटिंग बढ़ाते हैं, तो वे मान गए।

‘दर्शक ही जिम्मेदार हैं’

टेरेंस का मानना है कि रियलिटी शोज़ में इस तरह की स्क्रिप्टिंग का मुख्य कारण दर्शकों की पसंद है। उन्होंने कहा, “यह दुख की बात है, लेकिन सच्चाई यही है कि दर्शकों को वही चीज़ें सबसे ज़्यादा पसंद आती हैं जो नाटकीय और मनोरंजक होती हैं। इसी वजह से मेकर्स इन पलों को क्रिएट करने के लिए मजबूर होते हैं।”

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