जम्मू-कश्मीर: हुर्रियत से जुड़ा एक और संगठन मुख्यधारा में शामिल, भारत की एकता के प्रति जताया विश्वास

जम्मू-कश्मीर: हुर्रियत से जुड़ा एक और संगठन मुख्यधारा में शामिल, भारत की एकता के प्रति जताया विश्वास
जम्मू-कश्मीर: हुर्रियत से जुड़ा एक और संगठन मुख्यधारा में शामिल, भारत की एकता के प्रति जताया विश्वास

जम्मू-कश्मीर में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से जुड़ा एक और संगठन अब मुख्यधारा में लौट आया है। इस संगठन ने अलगाववाद का रास्ता छोड़कर भारतीय संविधान और राष्ट्रीय एकता में विश्वास जताया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी साझा की। जम्मू-कश्मीर, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट, अमित शाह, अलगाववाद, भारत की एकता, मुख्यधारा में वापसी

अमित शाह ने दी जानकारी

गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया कि हुर्रियत से जुड़ा जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट संगठन अब अलगाववाद छोड़कर भारत की अखंडता और संविधान के प्रति पूर्ण समर्पण की घोषणा कर चुका है।

उन्होंने लिखा, “मैं जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट द्वारा अलगाववाद त्यागने और भारत की एकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करने के फैसले का दिल से स्वागत करता हूं।”

अब तक 12 संगठन अलगाववाद से अलग

गृह मंत्री के अनुसार, जम्मू-कश्मीर मास मूवमेंट के इस निर्णय के साथ अब तक हुर्रियत से जुड़े 12 संगठन अलगाववाद से अपना नाता तोड़ चुके हैं। यह घटनाक्रम केंद्र सरकार द्वारा घाटी में शांति, स्थायित्व और विकास को लेकर की जा रही लगातार कोशिशों की सफलता का संकेत माना जा रहा है।

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