गोड्डा-देवघर और देवघर-भागलपुर के बीच नयी ट्रेन सेवा शुरू

संथालपरगना को रेलवे की सौगात: गोड्डा-देवघर और देवघर-भागलपुर के बीच नयी ट्रेन सेवा शुरू
संथालपरगना को रेलवे की सौगात: गोड्डा-देवघर और देवघर-भागलपुर के बीच नयी ट्रेन सेवा शुरू

संथालपरगना के यात्रियों के लिए आज का दिन खास बन गया है। वर्षों से रेल संपर्क की उम्मीद पाले बैठी जनता को आखिरकार नई ट्रेन सेवा का तोहफा मिल गया है। गोड्डा और देवघर के बीच आज से मेमू (MEMU) पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत हो गई है। साथ ही देवघर और भागलपुर के बीच भी एक और ट्रेन सेवा की घोषणा की गई है। ये कदम न सिर्फ लोगों की यात्रा को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी एक नया अध्याय जोड़ेगा।

गोड्डा-देवघर के बीच ट्रेन सेवा का शुभारंभ

गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने इस नई ट्रेन सेवा की जानकारी दी और साथ ही इसका पूरा टाइम टेबल भी साझा किया। उन्होंने बताया कि यह सेवा यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही मांगों के आधार पर शुरू की जा रही है। गोड्डा और देवघर के बीच की दूरी अब पहले से अधिक आसान और सुलभ हो जाएगी।

ट्रेन हर रोज देवघर से सुबह 6:30 बजे रवाना होगी और 8:30 बजे तक गोड्डा पहुंच जाएगी। वापसी में यह ट्रेन सुबह 9:00 बजे गोड्डा से चलेगी और 11:00 बजे तक देवघर पहुंच जाएगी। यानी यात्री सुबह घर से निकलकर आराम से दोपहर तक अपने गंतव्य पहुंच सकते हैं और अपने काम निपटा सकते हैं।

देवघर-भागलपुर पैसेंजर ट्रेन सेवा की शुरुआत

इसके अलावा देवघर से भागलपुर के लिए भी एक नयी पैसेंजर ट्रेन सेवा शुरू की जा रही है, जो लोगों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी। सांसद निशिकांत दुबे ने इसके शेड्यूल की भी जानकारी दी।

देवघर से यह ट्रेन सुबह 11:30 बजे चलेगी और दोपहर 2:50 बजे तक भागलपुर पहुंचेगी। वहीं वापसी में भागलपुर से ट्रेन 3:30 बजे रवाना होगी और शाम 7:30 बजे तक देवघर लौट आएगी। यह सेवा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए राहत लेकर आई है जो कामकाज या अन्य आवश्यकताओं से रोजाना यात्रा करते हैं।

प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को श्रेय

सांसद निशिकांत दुबे ने इस रेल सेवा को शुरू करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को दिया है। उन्होंने कहा कि यह दोनों नेताओं की दूरदर्शिता और विकास के प्रति प्रतिबद्धता का ही परिणाम है कि आज झारखंड के दूरस्थ क्षेत्र भी रेल नेटवर्क से जुड़ रहे हैं।

उनका कहना है कि इससे न केवल स्थानीय लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच भी आसान होगी। इससे आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी और स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

स्थानीय जनता की भावनाएं और उम्मीदें

रेल सेवा की शुरुआत से पहले ही स्थानीय जनता के बीच उत्साह का माहौल था। लोगों ने इस घोषणा का खुले दिल से स्वागत किया है। गाँवों और कस्बों से आने वाले यात्रियों को अब महंगे निजी साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। ट्रेन सेवा से जहां एक ओर समय बचेगा, वहीं दूसरी ओर यात्रा की लागत भी कम होगी।

देवघर धार्मिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को अब यात्रा में और भी आसानी होगी। विशेषकर सावन के महीने में जब कांवड़ियों की भीड़ उमड़ती है, तब यह ट्रेन सेवा वरदान साबित होगी।

समापन: विकास की पटरी पर संथालपरगना

गोड्डा और देवघर को जोड़ने वाली यह नई रेल सेवा न सिर्फ यात्रियों की सुविधा का प्रतीक है, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास का संकेत भी है। इन नई ट्रेनों से जहाँ आम जनमानस को राहत मिलेगी, वहीं सरकार के “सबका साथ, सबका विकास” के नारे को ज़मीनी हकीकत का रूप मिलेगा।

ऐसे ठोस कदमों से ही विश्वास पैदा होता है और लोगों को लगता है कि सरकार उनकी ज़रूरतों को गंभीरता से ले रही है। उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में और भी बेहतर सुविधाएं इस क्षेत्र के हिस्से में आएंगी।

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