गाजा पर इज़रायली हमले तेज़, अल-अहली अस्पताल पर हमला, बच्चों समेत 21 की मौत

गाजा पर इज़रायली हमले तेज़, अल-अहली अस्पताल पर हमला, बच्चों समेत 21 की मौत
गाजा पर इज़रायली हमले तेज़, अल-अहली अस्पताल पर हमला, बच्चों समेत 21 की मौत

गाजा पट्टी में इज़रायल के हमले लगातार तेज़ होते जा रहे हैं। रविवार को इज़रायली बलों ने गाजा शहर के अल-अहली अस्पताल सहित कई स्थानों को निशाना बनाया। इन हमलों में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं।

अस्पताल पर सीधा हमला, भारी नुकसान
अल-अहली अस्पताल के निदेशक डॉ. फडेल नैम के अनुसार, हमले में अस्पताल का आपातकालीन कक्ष, फार्मेसी और आसपास की इमारतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं। इससे 100 से अधिक मरीज और दर्जनों कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।

इज़रायल का दावा और हमास का इनकार
इज़रायली सेना का कहना है कि उसने इस अस्पताल में हमास के कमांड और कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाया और हमास के एक स्नाइपर सेल के उप प्रमुख को मार गिराया है। हालांकि, इज़रायल ने अपने दावों के समर्थन में कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। दूसरी ओर, हमास ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

पाम संडे पर हुआ हमला, चर्चों में भी तबाही
अल-अहली अस्पताल, जो यरुशलम के एपिस्कोपल डायोसीज द्वारा संचालित है, ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हमला ईसाई कैलेंडर के सबसे पवित्र सप्ताह की शुरुआत ‘पाम संडे’ के दिन किया गया।
गाजा में लोगों ने पाम संडे को एक सुनहरे गुंबद वाले चर्च में मनाया, जिसके चारों ओर युद्ध के मलबे का ढेर लगा हुआ था। एसोसिएटेड प्रेस के एक वीडियो में अस्पताल की छत मलबे से घिरी हुई दिखाई दी।

मरीजों को सड़कों पर ले जाना पड़ा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. मुनीर अल-बोर्श ने बताया कि विस्फोट के बाद मरीजों को अस्पताल से बाहर निकालकर सड़कों पर शिफ्ट करना पड़ा।
घायल मोहम्मद अबू नासिर ने कहा, “गाजा में अब कहीं भी कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचा है।”

अस्पताल अस्थायी रूप से बंद, मरीज दूसरे अस्पतालों में भेजे गए
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि अल-अहली अस्पताल फिलहाल सेवा से बाहर हो गया है और मरीजों को गाजा शहर के अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है।
मेडिकल एड फॉर फिलिस्तीनियंस नामक सहायता संगठन ने बताया कि यह इस युद्ध के दौरान अल-अहली पर पांचवां हमला है।

अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन?
गौरतलब है कि अस्पतालों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत विशेष सुरक्षा प्राप्त होती है। इसके बावजूद इज़रायल ने इन पर घेराबंदी और छापेमारी की है, यह आरोप लगाते हुए कि हमास इन संस्थानों का आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करता है।

गाजा में मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है और इन हमलों ने वहां की चिकित्सा व्यवस्था पर एक और बड़ा संकट खड़ा कर दिया है।

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