
कोर्टिसोल एक बेहद महत्वपूर्ण स्टेरॉयड हार्मोन है, जो एड्रेनल ग्रंथि (adrenal gland) द्वारा शरीर में उत्पन्न होता है। इसे आमतौर पर “स्ट्रेस हार्मोन” कहा जाता है, क्योंकि यह शरीर को मानसिक और शारीरिक तनाव से निपटने में मदद करता है। इसके अलावा यह हार्मोन कई अन्य शारीरिक क्रियाओं में भी प्रमुख भूमिका निभाता है।
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कोर्टिसोल हार्मोन क्या करता है?
कोर्टिसोल शरीर के लगभग हर अंग प्रणाली के साथ संपर्क में रहता है और उनकी कार्यप्रणाली को संतुलित रखने में सहायता करता है। इसके मुख्य कार्यों में शामिल हैं:
- तनाव का प्रबंधन: यह हार्मोन तनाव की स्थिति में शरीर को सतर्क और तैयार रखता है।
- ब्लड शुगर नियंत्रण: कोर्टिसोल ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बनाए रखता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- सूजन को नियंत्रित करना: चोट या संक्रमण के दौरान यह सूजन को कम करने में मदद करता है।
- मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करना: यह शरीर की ऊर्जा उत्पन्न करने और भोजन को पचाने की प्रक्रिया में सहयोग करता है।
- ब्लड प्रेशर का संतुलन: शरीर में पानी और नमक के संतुलन को बनाए रखकर यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
- मस्तिष्क का कार्य: यह याददाश्त और सीखने की क्षमता को बेहतर बनाने में योगदान देता है।
कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाए तो क्या होता है?
जब शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है:
- हाई ब्लड प्रेशर
- वजन बढ़ना
- लगातार थकान महसूस होना
- तनाव, चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं
- नींद की गड़बड़ी
- त्वचा की समस्याएं और बाल झड़ना
- लंबे समय तक उच्च स्तर रहने पर हृदय रोग और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा
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