डॉक्टरों का मानना है कि अगर कैंसर का पता शुरुआती चरण में लग जाए तो इसके ठीक होने की संभावना 70% तक बढ़ जाती है। कुछ लोगों में कैंसर के लक्षण शीघ्र प्रकट हो सकते हैं, जबकि अन्य में देर से प्रकट होते हैं। कैंसर के लक्षण सबसे पहले किन लोगों में दिखाई देते हैं? और किन बातों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कैंसर के अलग-अलग क्षण होते हैं। कैंसर कहां उत्पन्न हुआ है और कितना फैल गया है, इसके आधार पर इसे 4 चरणों में विभाजित किया जा सकता है। उपचार पद्धति भी उसी के अनुसार तय की जाती है।
कैंसर के प्रारंभिक लक्षण
कैंसर दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में से एक है। ऐसा तब होता है जब कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ती हैं। कैंसर 200 से अधिक प्रकार के होते हैं। इसमें अलग-अलग क्षण हैं। कैंसर कहां उत्पन्न हुआ है और कितना फैल गया है, इसके आधार पर इसे 4 चरणों में विभाजित किया जा सकता है। उपचार पद्धति भी उसी के अनुसार तय की जाती है। इस बीमारी का जितनी जल्दी पता चल जाएगा, ठीक होने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी। डॉक्टरों का मानना है कि अगर कैंसर का पता शुरुआती अवस्था में लग जाए तो इसके ठीक होने की संभावना 70% तक बढ़ जाती है। कुछ लोगों में कैंसर के लक्षण शीघ्र प्रकट हो सकते हैं, जबकि अन्य में देर से प्रकट होते हैं। यह आपकी जीवनशैली, आनुवांशिकी और चिकित्सा इतिहास पर निर्भर करता है।