स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने नए शो ‘नया भारत’ में इन्फोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति के 70 घंटे काम करने के बयान पर व्यंग्य किया। उन्होंने सुधा मूर्ति की सादगी के दावों पर भी कटाक्ष किया।
कामरा ने अपने शो में कहा, “सुधा मूर्ति हमेशा कहती हैं कि वह बहुत सादगी से रहती हैं। उन्होंने इसी विषय पर 50 किताबें लिख दीं। जब वह कहती हैं ‘मैं बहुत सिंपल हूं’, तो नारायणमूर्ति का जवाब होता है—’मैं घर से बाहर हूं!’ इसलिए उन्होंने 70 घंटे काम करने की सलाह दी।”
नारायणमूर्ति का बयान और उस पर विवाद
कुछ महीने पहले नारायणमूर्ति ने कहा था कि “अगर देश को प्रगति करनी है तो युवाओं को हर हफ्ते कम से कम 70 घंटे काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।” इस बयान को कुछ लोगों ने देश के विकास के लिए जरूरी बताया, जबकि कई लोगों ने इसे वर्क-लाइफ बैलेंस के खिलाफ बताते हुए कर्मचारियों के शोषण को बढ़ावा देने वाला करार दिया।
कामरा ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि “हमारे देश में कुछ लोग बेहद अमीर होने के बाद भी खुद को सिंपल दिखाने की कोशिश करते हैं। सुधा मूर्ति भी यही करती हैं। उन्होंने 50 किताबें सिर्फ इस बात पर लिख डालीं कि वह बहुत सिंपल हैं।”
राज्यसभा और ‘यूके की सास’ पर कटाक्ष
कुणाल कामरा ने सुधा मूर्ति के यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सास होने और राज्यसभा में नामांकन को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, “दो साल तक वह पूरे ब्रिटेन की सास बनी रहीं। अब वह राज्यसभा जा रही हैं, और इसे भी सादगी कहा जा रहा है।”
पहले भी विवादों में रहे कामरा
मुंबई के खार स्थित हैबिटेट सेंटर में शो के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करने के बाद भी कुणाल कामरा विवादों में आ चुके हैं। उनके बयान “ठाणे का रिक्शा, चेहरे पर दाढ़ी” पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई थी। इसके चलते कामरा के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुईं और शिवसैनिकों ने उन्हें धमकी भी दी।