कपूर जलाने के लाभ: वास्तु दोष से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत

कपूर जलाने के लाभ: वास्तु दोष से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत
कपूर जलाने के लाभ: वास्तु दोष से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत

सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान कपूर जलाना एक पुरानी और शुभ परंपरा मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कपूर जलाने से वातावरण पवित्र होता है, नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यही कारण है कि कपूर न केवल पूजा-पाठ का हिस्सा है, बल्कि वास्तु दोष दूर करने और धन-समृद्धि बढ़ाने के उपायों में भी इसका विशेष महत्व बताया गया है।

नीचे दिए गए उपायों में यह बताया गया है कि कपूर को किस प्रकार से उपयोग में लाकर घर में शांति, समृद्धि और सुख-संपत्ति लाई जा सकती है।

1. धन और समृद्धि के लिए कपूर का प्रयोग

वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं, तो रोजाना सुबह और शाम के समय दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय कोण) में खड़े होकर कपूर जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से आय के नए स्रोत खुलते हैं और घर में ऐश्वर्य तथा संपन्नता का वास होता है।

2. अवरोधों और अटके कार्यों से मुक्ति

यदि आप कठिन मेहनत के बावजूद अपने कार्यों में सफलता नहीं पा रहे हैं, तो एक कटोरी में लौंग और कपूर रखें और इसे जलाकर घर के हर कोने में उसका धुआं फैलाएं। यह उपाय नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है और रुके हुए कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद करता है

3. वास्तु दोष से राहत पाने के लिए

यदि घर में बार-बार परेशानी, कलह या मानसिक अशांति बनी रहती है, तो यह वास्तु दोष का संकेत हो सकता है। इसे दूर करने के लिए, हर कमरे के कोनों में कपूर की एक-एक टिकिया रख दें। जब टिकिया पूरी तरह खत्म हो जाए तो उसकी जगह नई टिकिया रख दें। यह उपाय धीरे-धीरे घर की ऊर्जा को संतुलित करता है और सकारात्मकता को बढ़ाता है।

4. सकारात्मक ऊर्जा के लिए दैनिक उपयोग

घर में शुद्धता और सकारात्मक वातावरण बनाए रखने के लिए आप रोजाना सुबह और शाम देसी घी में भिगोया हुआ कपूर जलाएं और घर के सभी कमरों में इसकी खुशबू फैलाएं। यह न केवल वातावरण को शुद्ध करता है, बल्कि परिवार में आपसी प्रेम, सहयोग और सौहार्द भी बढ़ाता है।

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