उत्तर प्रदेश न्यूज़: छटीकारा से यमुना एक्सप्रेसवे तक नया बाईपास – वृंदावन के श्रद्धालुओं और यात्रियों को जाम से राहत

उत्तर प्रदेश न्यूज़: छटीकारा से यमुना एक्सप्रेसवे तक नया बाईपास – वृंदावन के श्रद्धालुओं और यात्रियों को जाम से राहत
उत्तर प्रदेश न्यूज़: छटीकारा से यमुना एक्सप्रेसवे तक नया बाईपास – वृंदावन के श्रद्धालुओं और यात्रियों को जाम से राहत

उत्तर प्रदेश में अब यात्रियों के लिए सफर और भी सुगम होने वाला है, खासकर उन लोगों के लिए जो यमुना एक्सप्रेसवे और नेशनल हाइवे-19 (NH-19) के बीच आवाजाही करते हैं। छटीकारा से शुरू होकर यमुना एक्सप्रेसवे तक जुड़ने वाले नए बाईपास की योजना तैयार हो गई है, जिससे हजारों लोगों को ट्रैफिक की झंझट से छुटकारा मिलेगा।

इस योजना को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने तैयार किया है, और इसका उद्देश्य केवल कनेक्टिविटी ही नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी यात्रा को आसान बनाना है। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट से जुड़ी सारी अहम बातें।

क्या है बाईपास का महत्व?

अब तक यमुना एक्सप्रेसवे से नेशनल हाइवे-19 की ओर जाने वाले या NH-19 से यमुना एक्सप्रेसवे पकड़ने वाले यात्रियों को वृंदावन शहर के भीतर से होकर गुजरना पड़ता था। नतीजतन, ट्रैफिक, जाम और तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के चलते सफर काफी मुश्किल हो जाता था।

इस नए बाईपास की मदद से:

  • वृंदावन में घुसने की जरूरत नहीं होगी।
  • दोनों दिशाओं से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को सीधी और सुगम राह मिलेगी।
  • ट्रैफिक का दबाव वृंदावन शहर में कम होगा।
  • यात्रा का समय और ईंधन खर्च दोनों में बचत होगी।

कहां से कहां तक बनेगा यह बाईपास?

यह बाईपास शुरू होगा NH-19 के किलोमीटर 129.320 से और जाकर जुड़ेगा यमुना एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 101.200 पर। यानी NH-19 पर छटीकारा के पास से सीधा यमुना एक्सप्रेसवे तक जाने का रास्ता तैयार होगा।

  • लंबाई: 15.40 किलोमीटर
  • कुल लागत: ₹1645.72 करोड़
  • स्टार्टिंग प्वाइंट: NH-19 (किमी 129.320)
  • एंड प्वाइंट: यमुना एक्सप्रेसवे (किमी 101.200)

यमुना एक्सप्रेसवे को NH-19 से जोड़ने वाला पहला बाईपास

अब तक ग्रेटर नोएडा से लेकर मथुरा तक के यमुना एक्सप्रेसवे पर कोई ऐसा बाईपास नहीं था जो सीधे NH-19 से जुड़े। यानी यह पहला बाईपास होगा जो इस बेहद जरूरी कनेक्टिविटी गैप को पूरा करेगा।

यात्रियों को अब बिना किसी मोड़ या शहर के जाम में फंसे सीधे एक्सप्रेसवे पकड़ने का विकल्प मिलेगा।

वृंदावन आगमन भी होगा सुगम

यह बाईपास न केवल गुजरने वालों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि उन श्रद्धालुओं के लिए भी मददगार साबित होगा जो वृंदावन दर्शन के इरादे से आ रहे हैं। बाईपास बनने से ट्रैफिक डायवर्ट हो जाएगा और वृंदावन के आंतरिक रास्ते अपेक्षाकृत खाली रहेंगे।

  • श्रद्धालुओं की यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित होगी।
  • स्थानीय लोगों को भी ट्रैफिक से राहत मिलेगी।
  • वृंदावन में आने-जाने वाली पर्यटन बसें और निजी वाहन आसानी से प्रवेश कर सकेंगे।

कुल मिलाकर ये होंगे फायदे:

लाभ विवरण
यात्रा समय में कमी NH-19 से एक्सप्रेसवे तक सीधा मार्ग मिलेगा।
जाम से राहत वृंदावन शहर को बाईपास कर सकेंगे वाहन।
श्रद्धालुओं को सहूलियत तीर्थस्थल तक पहुंचना होगा आसान।
विकास को मिलेगा बढ़ावा बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्रीय व्यापार को लाभ।
ईंधन की बचत छोटे रास्ते और ट्रैफिक से बचाव से लागत में कमी।

क्या है आगे की योजना?

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की यह योजना राज्य सरकार के स्तर पर स्वीकृति के बाद जल्द ही निर्माण प्रक्रिया में जाएगी। जब यह बाईपास बनकर तैयार होगा, तो यह उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को एक नया आयाम देगा।

यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक बाईपास नहीं है, यह उस बदलाव का प्रतीक है जो उत्तर प्रदेश को स्मार्ट, सुगम और श्रद्धालुओं के अनुकूल राज्य बनाने की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है।