
उत्तराखंड को देवभूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां की प्रकृति, संस्कृति और आस्था एक-दूसरे में घुल-मिलकर यात्रियों को न केवल दृश्य सौंदर्य बल्कि आध्यात्मिक संतोष का भी अनुभव कराती है। इसी पवित्र भूमि पर रामनगर में स्थित है श्री हनुमान धाम — एक ऐसा मंदिर जहां भक्तों को भगवान हनुमान के 21 रूपों के दर्शन एक साथ होते हैं। श्री हनुमान धाम, रामनगर, पांचवां धाम, उत्तराखंड धार्मिक स्थल, हनुमान जी के 21 रूप, आध्यात्मिक यात्रा, कॉर्बेट नेशनल पार्क
कहां स्थित है श्री हनुमान धाम?
नैनीताल जिले के रामनगर से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित श्री हनुमान धाम को ‘इच्छा पूर्ति तीर्थ धाम’ भी कहा जाता है। इसे देश-विदेश में श्रद्धा और भक्ति के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर अपनी अनूठी विशेषताओं के चलते ‘पांचवां धाम’ के रूप में भी प्रसिद्ध है।
यहां श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लिखकर प्रस्तुत करते हैं। मान्यता है कि बजरंग बली यहां सभी सच्चे भक्तों की इच्छाएं पूरी करते हैं।
मंदिर की विशिष्टता
इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां भगवान हनुमान के 9 स्वरूपों और 12 लीलाओं को भव्य कलाकृतियों और शिल्प के माध्यम से दर्शाया गया है। बाल रूप, रामभक्त रूप, संकटमोचक, वीर हनुमान, पंचमुखी हनुमान जैसे विभिन्न रूपों को इतने सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है कि श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठते हैं।
हर रूप के साथ उसकी कथा और भावार्थ भी विस्तार से समझाया गया है, जिससे यह स्थान केवल पूजा का नहीं, बल्कि अध्यात्म और शिक्षा का केंद्र भी बन गया है।
सेवा और संस्कारों पर आधारित धाम
धाम के संरक्षक आचार्य विजय बताते हैं कि यह मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि सेवा और संस्कारों को समर्पित एक संस्थान है। उनका कहना है कि यह धाम हनुमान जी के जीवन के मूल तत्व—भक्ति और सेवा—को आत्मसात करता है और समाज को भी उसी दिशा में प्रेरित करता है।
आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव
मंदिर के एक अन्य सदस्य सतनाम सिंह बताते हैं कि यहां केवल पूजा नहीं होती, बल्कि यहां आने वाले हर व्यक्ति को आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। श्रद्धालु मंदिर में एक विशेष स्थान पर अपनी मनोकामनाएं लिखकर रखते हैं, और कई लोगों के अनुभव बताते हैं कि उनकी इच्छाएं पूरी भी होती हैं।
कॉर्बेट नेशनल पार्क के समीप स्थित
यह मंदिर प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास स्थित है, जिस कारण यहां आने वाले पर्यटक भी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। हनुमान धाम का शांत और आध्यात्मिक वातावरण, भव्य मूर्तियां और दिव्यता पर्यटकों को आकर्षित करती है और उन्हें मानसिक शांति प्रदान करती है।
कैसे पहुंचें श्री हनुमान धाम?
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन रामनगर है।
- वायु मार्ग: पंतनगर हवाई अड्डा मंदिर से ज्यादा दूर नहीं है।
- सड़क मार्ग: उत्तराखंड और आसपास के राज्यों से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
आस्था और पर्यटन का मिलन स्थल
श्री हनुमान धाम अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। उत्तराखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। यहां का वातावरण न केवल आस्था से भरपूर है, बल्कि यह जीवन को नई दिशा देने वाली ऊर्जा से भी परिपूर्ण है।
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