
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर उसने अपने परमाणु कार्यक्रम को नहीं रोका तो उस पर सैन्य कार्रवाई की जाएगी। ट्रंप का कहना है कि ईरान जानबूझकर परमाणु समझौते पर चल रही बातचीत को टाल रहा है और वह परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुका है।
शनिवार को ओमान की राजधानी मस्कत में ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ईरान के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी। इसके बाद ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा, “ईरान को यह स्वीकार करना होगा कि वह परमाणु हथियार नहीं बना सकता। इस दिशा में उसकी कोई भी कोशिश स्वीकार्य नहीं होगी।”
रोम में होगी अगली बैठक
तेहरान के तेज़ी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और ईरान के बीच बातचीत अब पश्चिम एशिया से बाहर जाकर होगी। रिपोर्टों के अनुसार, अगला दौर रोम में आयोजित किया जाएगा। इतालवी सरकार के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार को दोनों देशों के प्रतिनिधि रोम में मिल सकते हैं। इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने जापान के ओसाका में कहा कि उनकी सरकार ने वार्ता की मेजबानी की अनुमति दे दी है।
IAEA प्रमुख करेंगे तेहरान दौरा
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने पुष्टि की है कि वह इस सप्ताह के अंत में ईरान की यात्रा करेंगे। वह निरीक्षकों को तेहरान के परमाणु कार्यक्रम तक बेहतर पहुंच देने के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं।
ट्रंप की चेतावनी और ईरानी प्रतिक्रिया
ट्रंप पहले भी कई बार सार्वजनिक रूप से ईरान को हवाई हमले की धमकी दे चुके हैं। उनका कहना है कि अगर समझौता नहीं हुआ तो अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है। दूसरी ओर, ईरानी अधिकारी भी लगातार संकेत दे रहे हैं कि वे यूरेनियम को हथियार-योग्य स्तर तक समृद्ध कर सकते हैं, जिससे परमाणु हथियार निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकेगा।
ओमान निभा रहा है मध्यस्थ की भूमिका
वार्ता के पहले दौर की मेजबानी ओमान ने की थी और माना जा रहा है कि वह आगे भी अमेरिका और ईरान के बीच मध्यस्थता करता रहेगा। इटली में होने वाली अगली बैठक को लेकर अभी दोनों पक्षों ने सार्वजनिक रूप से स्थान की पुष्टि नहीं की है। हालांकि, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बागई ने तेहरान में कहा कि अगली वार्ता ओमान के बाहर भी हो सकती है और स्थान को लेकर ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा।