
रमज़ान के पाक महीने की इबादतों और रोज़ों के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार खुशियों, मोहब्बत और भाईचारे का पैगाम लेकर आता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को गले लगाकर मुहब्बत जताते हैं, रिश्तों में आई दूरियों को मिटाते हैं और दुआओं के साथ ईद की मुबारकबाद देते हैं। अगर आप अपनों से दूर हैं, तो उन्हें दिल छू लेने वाली शायरी और कोट्स के ज़रिए अपनी भावनाएं भेज सकते हैं।
नीचे हम आपके लिए कुछ खास शायरी और कोट्स लेकर आए हैं, जिन्हें आप अपने परिवार, दोस्तों और खास लोगों को भेज सकते हैं:
ईद के मौके पर शायरी और कोट्स
1.
वो सुबह-ए-ईद का मंज़र तेरे तसव्वुर में,
वो दिल में आ के अदा तेरे मुस्कुराने की
– फानी बदायुनी
2.
किसी की याद मनाने में ईद गुज़रेगी,
सो शहर-ए-दिल में बहुत दूर तक उदासी है
– इसहाक़ विरदग
3.
ख़ुद तो आया नहीं और ईद चली आई है,
ईद के रोज़ मुझे यूँ न सताए कोई
– अज्ञात
4.
ईद का चाँद तुम ने देख लिया,
चाँद की ईद हो गई होगी
– इदरीस आज़ाद
5.
जिस तरफ़ तू है उधर होंगी सभी की नज़रें,
ईद के चाँद का दीदार बहाना ही सही
– अमजद इस्लाम अमजद
6.
ईद को भी वो नहीं मिलते हैं, मुझ से न मिलें,
इक बरस दिन की मुलाक़ात है ये भी न सही
– शोला अलीगढ़ी
7.
छुप गया ईद का चाँद, निकल कर देर हुई पर जाने क्यों,
नज़रें अब तक टिकी हुई हैं मस्जिद के मीनारों पर
– शायर जमाली