
हिंदू संस्कृति में हर शुभ कार्य को करने से पहले पंचांग देखना एक परंपरा रही है। चाहे गृह प्रवेश हो, नया व्यापार शुरू करना हो, वाहन खरीदना हो या कोई और अहम निर्णय लेना हो—लोग शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त और योग देखकर ही कदम आगे बढ़ाते हैं। पंचांग न सिर्फ आपको तिथि और वार बताता है, बल्कि ग्रहों की स्थिति, चंद्रमा की चाल, सूर्योदय-सूर्यास्त, राहुकाल, दिशाशूल और योग-ज्योतिष से जुड़ी अहम जानकारियाँ भी देता है।
आइए जानते हैं आज का पंचांग—2 अप्रैल 2025, दिन बुधवार—का संपूर्ण विवरण, जिससे आप अपने दिन की योजना बेहतर तरीके से बना सकें और कार्यों में सफलता पा सकें।
आज का पंचांग – 2 अप्रैल 2025, बुधवार
- वार: बुधवार
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- माह/पक्ष: चैत्र मास – शुक्ल पक्ष
- तिथि: पंचमी तिथि रात 11:49 बजे तक, फिर षष्ठी प्रारंभ
- चंद्र राशि: वृषभ
- नक्षत्र: कृतिका (सुबह 8:49 तक), इसके बाद रोहिणी
- योग: आयुष्मान योग
- सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 6:13 से 3 अप्रैल सुबह 6:12 तक
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:25 से 12:45 तक
- दुष्ट मुहूर्त: आज कोई नहीं
- सूर्योदय: सुबह 6:13 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:32 बजे
- राहुकाल: दोपहर 12:23 से 1:55 तक
- भद्रा: नहीं है
- पंचक: नहीं है
- पर्व-त्योहार: श्रीराम जन्मोत्सव प्रारंभ, श्री पंचमी, पर्यूषण पर्व प्रारंभ
आज का दिशाशूल: उत्तर दिशा में यात्रा वर्जित
बुधवार को उत्तर दिशा में दिशाशूल होता है। यदि इस दिशा में यात्रा करना अनिवार्य हो, तो पंचांग के अनुसार यात्रा से पहले कुछ उपाय करने चाहिए:
- यात्रा शुरू करने से पहले पांच कदम विपरीत दिशा में चलें, फिर यात्रा प्रारंभ करें।
- हरा धनिया या सफेद तिल खाकर यात्रा शुरू करना शुभ फलदायक माना जाता है।
आज के शुभ चौघड़िया मुहूर्त (दिन के समय)
मुहूर्त | समय |
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लाभ | सुबह 6:13 से 7:45 तक |
अमृत | सुबह 7:45 से 9:17 तक |
शुभ | सुबह 10:49 से दोपहर 12:22 तक |
चर | दोपहर 3:27 से शाम 5:00 तक |
लाभ | शाम 5:00 से 6:32 तक |
आज के शुभ चौघड़िया मुहूर्त (रात्रि के समय)
मुहूर्त | समय |
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शुभ | शाम 6:32 से रात 8:00 तक |
अमृत | रात 9:27 से 10:55 तक |
चर | रात 10:53 से 12:20 तक |
लाभ | रात 3:16 से सुबह 4:44 तक |
सर्वार्थ सिद्धि योग: क्या है इसकी विशेषता?
आज के दिन सुबह 6:13 बजे से लेकर अगले दिन यानी 3 अप्रैल की सुबह 6:12 तक सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। यह योग किसी भी कार्य के लिए अत्यंत शुभ और फलदायक माना जाता है। नया व्यवसाय, खरीदारी, निवेश, परीक्षा, विवाह आदि जैसे कार्यों की शुरुआत के लिए यह एक श्रेष्ठ समय है।
आज का विशेष पर्व: श्रीराम जन्मोत्सव प्रारंभ
चैत्र शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि से श्रीराम जन्मोत्सव की शुरुआत होती है, जो पूरे भारत में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। भक्त राम कथा, रामायण पाठ और मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन करते हैं। यह दिन धर्म और संस्कारों को जीवन में अपनाने का संदेश देता है।