आंतों में सूजन कम करने के लिए दही में मिलाकर खाएं ये फूड्स, बाहर निकल जाएंगे विषैले तत्व

अनुचित आहार, व्यायाम की कमी, पानी की कमी, आहार में लगातार परिवर्तन, मानसिक तनाव में वृद्धि आदि कई चीजें स्वास्थ्य पर तत्काल प्रभाव डालती हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखना आवश्यक है। शरीर में बढ़ता मानसिक और शारीरिक तनाव स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। इसलिए, दैनिक आहार में शरीर द्वारा पचने योग्य पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करना आवश्यक है। हालाँकि, कई पाचन संबंधी समस्याएं अक्सर शरीर के ऊर्जा स्तर में कमी आने या आहार में परिवर्तन के कारण उत्पन्न होती हैं। गैस, अपच, कब्ज या एसिडिटी जैसी कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद शरीर में कई बदलाव आते हैं।

 

शरीर में जमा विषैले तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होते हैं। ये तत्व यदि लंबे समय तक शरीर में जमा रहें तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इससे आंतों का स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है। इसलिए, खराब पाचन और आंतों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए आहार में दही का सेवन करना चाहिए। दही खाने से शरीर का पाचन तंत्र बेहतर होता है। इसमें मौजूद तत्व शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। तो आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि स्वस्थ आंत स्वास्थ्य के लिए दही के साथ किन खाद्य पदार्थों को मिलाना चाहिए।

ग़लत आहार:

कई लोगों को हमेशा बाहर का तेल-मसालेदार खाना खाने की आदत होती है। लगातार बाहर का जंक फूड खाने से शरीर का पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है और पेट से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती हैं। कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करने के बाद लोग डॉक्टर की सलाह पर चिकित्सा उपचार लेते हैं। हालाँकि, ऐसा करने की बजाय घरेलू उपाय अपनाकर अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।

दही में ये सामग्री मिलाएं:

केला:

आंत्र क्रियाकलाप को बेहतर बनाने के लिए केले को दही के साथ मिलाकर खाएं। इससे शरीर की बिगड़ी हुई पाचन क्रिया में सुधार होता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। केला और दही का मिश्रण खाने से पेट साफ होता है और आंतों से जुड़ी कोई भी समस्या नहीं होती।

दही:

भोजन करने से शरीर को कई लाभ होते हैं। अपने दैनिक आहार में दही का सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक गुण आंतों और पेट की सूजन को कम करने में प्रभावी होते हैं। बवासीर से पीड़ित लोगों को अपने आहार में दही का सेवन करना चाहिए।

 

भुना जीरा पाउडर:

शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए सुबह उठने के बाद गर्म पानी में नींबू निचोड़ें और उसमें जीरा पाउडर मिलाएं। खाली पेट इस पानी का नियमित सेवन करने से शरीर की सभी अशुद्धियाँ साफ हो जाएंगी और आंतों की समस्या से भी बचाव होगा। बवासीर से छुटकारा पाने के लिए जीरे का पानी या जीरे से बनी छाछ पिएं।