आहुति: हवन के नियम: हिंदू धर्म में हवन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। शास्त्रों में वर्णित है कि हवन करने से कई अनंत पुण्य प्राप्त होते हैं। हालाँकि शास्त्रों में हवन करने से जुड़े कई नियम भी बताए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है।
हवन में यज्ञ का भी बहुत महत्व है। प्रसाद कैसे और कब देना चाहिए इसका शास्त्रों में विशेष रूप से वर्णन किया गया है। वहीं माना जाता है कि यज्ञ करने के लिए हमेशा सीधे हाथों का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसे में आइए ज्योतिषी राधाकांत वत्स से जानते हैं इसके पीछे का कारण।
सीधे हवन में आहुति देने से क्या होगा?
शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति का सीधा हाथ सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सीधी भुजा सूर्य नाड़ी का प्रतिनिधित्व करती है। सूर्य व्यक्ति के बिल्कुल निकट होता है और सौभाग्य लाता है। ऐसे में सीधे हवन में प्रसाद चढ़ाने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है और भाग्य भी आपका साथ देता है।
ऐसा माना जाता है कि सूर्य की चमक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और नकारात्मकता या बुरी नजर जैसी चीजों को नष्ट कर देती है।
ऐसे में सीधे हाथ से प्रसाद चढ़ाने से पूजा में जो भी दोष हुआ हो वह सकारात्मकता के प्रभाव से दूर हो जाता है और पूर्ण फल प्राप्त होता है।
सीधे हाथों से प्रसाद चढ़ाने के पीछे एक महत्व यह भी है कि शास्त्रों में कहा गया है कि सीधे हाथों में देवी लक्ष्मी, मां सरस्वती और श्रीकृष्ण का वास होता है। ऐसे में अगर सीधे प्रसाद चढ़ाया जाए तो तीनों देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है, आर्थिक लाभ की संभावनाएं बनती हैं और जीवन में ज्ञान का प्रवाह होने लगता है।