रसोई में लोहे के बर्तन कहां रखें: वास्तुशास्त्र में घर में हर वस्तु के स्थान और दिशा के संबंध में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। इसी तरह घर की रसोई में कौन सी धातु के बर्तन रखने चाहिए इसका भी वर्णन है। ऐसे में आइए ज्योतिषी राधाकांत वत्स से जानते हैं कि घर की रसोई में लोहे के बर्तन कहां रखने चाहिए और इसका क्या महत्व और फायदे हैं।
रसोई में लोहे के बर्तन कहाँ रखें?
लोखंज का संबंध दो ग्रहों से माना जाता है। यदि लोहा शुभ हो तो यह शनि के अधीन माना जाता है और यदि यह अशुभ हो तो यह राहु के अधीन माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि लोहा सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जाओं का संचार करता है।
ऐसे में अगर घर में लोहा रखा है तो उसे सही दिशा में रखना बहुत जरूरी है। वहीं, अगर घर की रसोई में लोहे की कोई वस्तु रखी हुई है तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि उसकी जगह सही हो। अगर आपकी रसोई में लोहे के बर्तन या बर्तन हैं तो उन्हें पश्चिम दिशा में रखें।
पश्चिम दिशा शनि की है। ऐसे में इस दिशा में रसोई में लोहे के बर्तन रखने से शुभ फल मिलता है और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष से मुक्ति मिलती है। शनि की साढ़े साती और ढैय्या के कष्टों से भी मुक्ति मिलती है।
इसके अलावा रसोई में लोहे के बर्तन या कोई अन्य सामान तभी रखें जब वह टूटा हुआ न हो। यदि कोई लोहे का बर्तन टूट गया हो तो उसे रसोई में रखने से बचें क्योंकि रसोई में देवी अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में रसोई में हमेशा शुद्ध चीजें ही रखनी चाहिए।