झाड़ू का संबंध आर्थिक समृद्धि और देवी लक्ष्मी से माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू से आपकी किस्मत भी जुड़ी होती है इसलिए शाम के समय घर की सफाई करना शुभ नहीं माना जाता है क्योंकि इससे घर में देवी लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है। ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में भी झाड़ू से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे दिन होते हैं जो झाड़ू खरीदने के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं। आइए जानें कि झाड़ू खरीदने के वास्तुशास्त्र नियम क्या हैं।
सोमवार के दिन भूलकर भी झाड़ू न खरीदें
वास्तु शास्त्र के अनुसार सोमवार के दिन झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए। अगर आप सोमवार के दिन झाड़ू खरीदते हैं तो इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसके अलावा आपका कर्ज भी बढ़ सकता है इसलिए अगर आप मां लक्ष्मी को खुश रखना चाहते हैं तो सोमवार के दिन झाड़ू खरीदने से बचें।
शनिवार के दिन भूलकर भी झाड़ू न खरीदें
आपने सुना होगा कि शनिवार के दिन तेल और लोहे की चीजें खरीदना वर्जित है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन झाड़ू खरीदने से आप पर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं बरसती। शनिवार के दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ नहीं माना जाता है इसलिए अगर आप अपने जीवन में मां लक्ष्मी की कृपा चाहते हैं तो शनिवार के दिन झाड़ू न खरीदें। आपको शनि का प्रकोप भी झेलना पड़ सकता है।
झाड़ू खरीदने का सबसे अच्छा समय कब है?
अगर आप घर के लिए झाड़ू खरीदना चाहते हैं तो आपको इसे शुक्रवार या मंगलवार को ही खरीदना चाहिए। इससे न सिर्फ आपके जीवन पर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है बल्कि आपका भाग्य भी मजबूत होता है। वहीं, आर्थिक समृद्धि के लिए शुक्रवार और मंगलवार के साथ-साथ धनतेरस और दिवाली के दिन भी झाड़ू खरीदना अच्छा माना जाता है।
पंचकों में भूलकर भी झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए
धार्मिक मान्यता के अनुसार पंचक के दौरान भूलकर भी झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए क्योंकि पंचक का समय अशुभ माना जाता है। झाड़ू खरीदने के अलावा कई अन्य अनुष्ठान करना भी वर्जित माना जाता है। इस कारण से आपको पंचक पूरा होने के बाद ही झाड़ू खरीदनी चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू कहां रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप जीवन में आर्थिक समृद्धि चाहते हैं तो आपको घर की उत्तर-पश्चिम या पश्चिम दिशा में झाड़ू रखनी चाहिए। इससे आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसके अलावा झाड़ू को कभी भी घर की उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में न रखें।