
News India live, Digital Desk : Prostate Cancer: पुरुष अक्सर अपनी सेहत को लेकर थोड़ी लापरवाही बरतते हैं। छोटी-मोटी परेशानियों को वे “उम्र का असर” या “ऐसे ही है” कहकर टाल देते हैं। लेकिन कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना बहुत बड़ी गलती साबित हो सकता है। प्रोस्टेट कैंसर एक ऐसी ही खामोश बीमारी है, जो धीरे-धीरे बढ़ती है और इसके शुरुआती लक्षण बहुत सामान्य लगते हैं।
अगर आप या आपके परिवार में कोई पुरुष इन 5 संकेतों का अनुभव कर रहा है, तो शर्माने या डरने की बजाय तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ही समझदारी है।
1. पेशाब से जुड़ी परेशानियां
यह प्रोस्टेट कैंसर का सबसे आम और शुरुआती संकेत है। अगर आपको इनमें से कुछ भी महसूस हो रहा है, तो सतर्क हो जाएं:
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रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना।
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पेशाब करने में जोर लगाना पड़ रहा हो या रुक-रुक कर आ रहा हो।
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पेशाब की धार बहुत कमजोर हो गई हो।
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पेशाब करने के बाद भी ऐसा महसूस होना कि ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हुआ है।
2. पेशाब करते समय दर्द या जलन
अगर आपको यूरिन पास करते समय दर्द, जलन या किसी भी तरह की तकलीफ महसूस होती है, तो यह सिर्फ इन्फेक्शन नहीं, बल्कि प्रोस्टेट में किसी गड़बड़ी का संकेत भी हो सकता है। इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें।
3. पेशाब या वीर्य में खून आना
यह एक गंभीर संकेत है जिसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपको अपने यूरिन या सीमेन (वीर्य) में खून का एक कतरा भी दिखाई दे, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें।
4. कमर, कूल्हों या पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द
अक्सर लोग इसे उम्र बढ़ने का या थकान का दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अगर आपकी कमर, कूल्हों या पेल्विक एरिया (पेट का निचला हिस्सा) में लगातार बना रहने वाला दर्द है जो ठीक नहीं हो रहा, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कैंसर प्रोस्टेट से बाहर फैल रहा है।
5. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (स्तंभन दोष)
यह एक बहुत ही निजी और संवेदनशील समस्या है, जिसके बारे में पुरुष बात करने से झिझकते हैं। इरेक्शन को बनाए रखने में अचानक आई मुश्किल प्रोस्टेट से जुड़ी समस्याओं का एक अहम संकेत हो सकती है।
सबसे जरूरी बात:
याद रखें, ये लक्षण किसी और सामान्य समस्या के भी हो सकते हैं। लेकिन असली वजह क्या है, यह सिर्फ एक डॉक्टर ही बता सकता है। शुरुआती स्टेज में पता चलने पर प्रोस्टेट कैंसर का इलाज बहुत प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। इसलिए, झिझक को छोड़ें, अपनी सेहत को प्राथमिकता दें। आपकी एक छोटी सी पहल आपकी जिंदगी बचा सकती है।
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