मुरादाबाद, 08 मार्च (हि.स.)। उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मण्डल में वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक (कोचिंग) सुधीर सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मंडल के मनन सभागार में महिलाओं के सम्मान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुरादाबाद में कार्यरत 150 रेल कर्मचारियों, अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
सभागार में सर्वप्रथम महिला स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें रेल विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य शिविर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ इंद्रजीत कौर एवं डॉ सुषमा राठी के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 25 से अधिक महिलाओं द्वारा स्वास्थ परीक्षण कराया गया।
इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी आशा दीदी द्वारा नारी शक्ति की व्याख्या की गई तथा बताया गया कि हमारे यहां भगवान के नाम में भी देवी का नाम पहले आता है, जैसे लक्ष्मी नारायण, सीता-राम, आदि। दिल्ली अपोलो अस्पताल से आयीं डॉ पूजा बजाज द्वारा बताया गया कि आज महिला व पुरुष में कोई अंतर नहीं रह गया है आज महिला उतना ही मेहनत से कार्य कर रहीं है जितना कि पुरुष।
वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अंजू सिंह द्वारा बताया गया कि जो महिलाएं घर पर रहती हैं, उनके लिए कहा जाता है कि वह कुछ नहीं करती हैं। पर जो वह घर पर रहकर काम करती हैं उसका मूल्यांकन करें तो वह बहुत अधिक कार्य करती हैं, वह भी बिना किसी छुट्टी के निरन्तर कार्य करती हैं। इस अवसर पर सहायक कार्मिक अधिकारी डॉ लवली ज्ञान द्वारा बताया गया कि हमारे यहां महिलाओं ने आदिकाल से ही चुनौती का सामना किया है। आज आधुनिक काल में महिलाएं फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। देश की राष्ट्रपति महिला हैं। रानी लक्ष्मीबाई द्वारा 1857 में प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया गया। एनआरएमयू से मंजू बिष्ट ने महिलाओं की समस्याओं को उजागर किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी डॉ अजय सोहेल द्वारा बताया गया कि महिलाओं का हमेशा पुरुषों की कामयाबी में बड़ा योगदान होता है, चाहे मां के रूप में, चाहे पत्नी के रूप में, चाहे बहन के रूप में, किसी भी रूप में शिवाजी, शिवाजी नहीं होते अगर जीजाबाई नहीं होती।
इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक राजकुमार सिंह द्वारा उपस्थित महिला कर्मचारियों से वार्तालाप किया गया तथा महिलाओं द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में आने वाली समस्याओं से रूबरू कराया गया। मंडल रेल प्रबंधक द्वारा सभी को बताया गया कि महिला आज यहां कितनी बड़ी तादाद में उपस्थिति हैं यह हर्ष का विषय है और महिला का नाम पुरुष के पीछे नहीं उसके साथ होना चाहिए। महिलाओं को अपने व्यस्त शेड्यूल में से कम से कम कुछ समय अपने लिए भी निकलना चाहिए सिर्फ अपने लिए, ताकि वह अपने लिए भी जिएं,अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कार्यक्रम का संचालन दीक्षा लखेरा द्वारा किया गया। इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक द्वारा 20 महिला कर्मचारियों को आदर्श महिला कर्मचारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।