65 साल का इंतजार खत्म! यूपी में बिछेगी एटा-कासगंज नई रेलवे लाइन, इन 16 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण

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एटा, उत्तर प्रदेश। एटा जिले के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है, जिसका इंतजार वह पिछले 65 सालों से कर रहे थे। अब जल्द ही एटा-कासगंज नई रेलवे लाइन बिछाने का काम धरातल पर शुरू होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से न सिर्फ एटा सीधे तौर पर कासगंज से जुड़ जाएगा, बल्कि रोजाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।

सरकार ने इस नई रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। जल्द ही, इस रूट पर पड़ने वाले 16 गांवों की लगभग 112 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

65 साल पुरानी मांग हो रही पूरी

आपको जानकर हैरानी होगी कि एटा में रेलवे स्टेशन का शुभारंभ 18 जनवरी 1959 को हुआ था, लेकिन तब से लेकर आज तक यहां के लोग इस रेल लाइन के विस्तार के लिए तरस रहे थे। इस लाइन को कासगंज तक बढ़ाने के लिए कई सामाजिक संस्थाओं, समाजसेवियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दशकों तक आवाज उठाई। इसी का परिणाम है कि पिछले साल सरकार ने एटा-कासगंज रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी थी।

सर्वे पूरा, अब मुआवजे की तैयारी

रेलवे ने इस परियोजना पर तेजी से काम करते हुए लिडार सर्वे के बाद भूमि चिन्हित करने का काम पूरा कर लिया है। अब जिला प्रशासन भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर रहा है।

किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा देने के लिए, जिला प्रशासन ने शासन से 50 करोड़ रुपये की मांग की है। अधिकारियों के अनुसार, भूमि अधिग्रहण से संबंधित आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद, वित्तीय वर्ष 2025-26 में किसानों को मुआवजा राशि का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। मुआवजा मिलने के बाद रेलवे लाइन बिछाने का काम तेजी से आगे बढ़ेगा।

यह नई रेलवे लाइन एटा और आस-पास के क्षेत्र के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी, जिससे न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

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