नया एक्सप्रेसवे: 1200 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है, 11 जिलों और 12 शहरों को फायदा होगा

New Expressway 7

मध्य प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे और सबसे लंबी सड़क बनने जा रही है। करीब 1200 किलोमीटर लंबी यह सड़क राज्य के 11 जिलों से होकर गुजरेगी और इसके निर्माण पर करीब 31 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसे नर्मदा एक्सप्रेसवे नाम दिया गया है जो यमुना एक्सप्रेसवे से करीब 4 गुना बड़ा होगा। नर्मदा एक्सप्रेसवे से करीब 30 नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और जिलों की सड़कें जुड़ेंगी, जिसका सीधा फायदा इन जिलों के विकास को होगा।

इन 11 जिलों से होकर गुजरेगी यह सड़क

नर्मदा एक्सप्रेस-वे अनूपपुर जिले के अमरकंटक से अलीराजपुर जिले तक बनाया जा रहा है। यह अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर से होकर गुजरेगा। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेस-वे से जो स्टेट हाईवे जोड़े जा रहे हैं, वे फिलहाल टू-लेन हैं, लेकिन भविष्य में उन्हें भी चौड़ा किया जाएगा और फोर-लेन बनाया जाएगा। इससे इनके आसपास बसे शहरों और कस्बों के लोगों को फायदा होगा। इसका काम तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि यह तय समय 2026 तक पूरा हो जाएगा। सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर का दाहिना हिस्सा भी बनाया जा रहा है।

गुजरात-छत्तीसगढ़ को जोड़ेगा

नर्मदा एक्सप्रेसवे गुजरात और छत्तीसगढ़ राज्यों को जोड़ेगा। यह अलीराजपुर को अहमदाबाद और अनूपपुर को छत्तीसगढ़ से जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों राज्यों के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लोग कम समय में तीनों राज्यों में पर्यटन का लुत्फ़ उठा सकेंगे। इससे ओंकारेश्वर, अमरकंटक, भेड़ाघाट-लमेटाघाट में पर्यटन बढ़ेगा। साथ ही निवेश के अवसर भी बढ़ेंगे।