
नई दिल्ली: भारतीय रेल के यात्रियों का एक बड़ा सपना अब सच होने जा रहा है। कुर्सी पर बैठकर सफर करने वाली वंदे भारत की शानदार सफलता के बाद अब रात का सफर और भी आरामदायक और शानदार होने वाला है। भारतीय रेलवे अगले महीने से पहली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन को पटरियों पर उतारने की तैयारी में है।
यह ट्रेन लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों, खासकर उन लोगों के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी जो राजधानी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सफर करते हैं।
क्या होंगी इस ट्रेन की खासियतें?
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राजधानी से बेहतर अनुभव: स्लीपर वंदे भारत में राजधानी एक्सप्रेस से भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इसमें यात्रियों के लिए आरामदायक बर्थ, बेहतर शॉक एब्जॉर्बर (झटके कम करने वाले) और शांत केबिन होगा, जिससे नींद में कोई खलल न पड़े।
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आधुनिक सुविधाएं: ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशन्ड (AC) होगी, जिसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, CCTV कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट, बेहतर लाइटिंग और हर बर्थ पर चार्जिंग पॉइंट्स जैसी सुविधाएं होंगी।
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गति और सुरक्षा: यह ट्रेन भी 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम होगी, जिससे सफर का समय काफी कम हो जाएगा। सुरक्षा के लिए इसमें ‘कवच’ तकनीक भी लगी होगी।
कब और कितनी ट्रेनें चलेंगी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहली स्लीपर वंदे भारत अगले महीने यानी जुलाई में ही पटरी पर उतर सकती है। रेलवे का लक्ष्य इस साल के अंत तक ऐसी 30 ट्रेनें चलाने का है, जिन्हें धीरे-धीरे अलग-अलग रूट्स पर शुरू किया जाएगा।
किन रूट्स पर चलेगी?
हालांकि रेलवे ने अभी तक रूट्स की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद है कि शुरुआती दौर में इसे दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, और दिल्ली-बेंगलुरु जैसे प्रमुख और व्यस्त मार्गों पर चलाया जाएगा, जहाँ रात भर की यात्रा होती है।
कुल मिलाकर, स्लीपर वंदे भारत का आना भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण में एक बड़ा कदम है, जो यात्रियों को तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा।