The havoc of the eruptive flood: हिमाचल में हाहाकार, 34 मृत, सड़क-बिजली बाधित, स्कूल बंद- जानें ताजा हाल

The havoc of the eruptive flood: हिमाचल में हाहाकार, 34 मृत, सड़क-बिजली बाधित, स्कूल बंद- जानें ताजा हाल
The havoc of the eruptive flood: हिमाचल में हाहाकार, 34 मृत, सड़क-बिजली बाधित, स्कूल बंद- जानें ताजा हाल

News India Live, Digital Desk: The havoc of the eruptive flood: हिमाचल प्रदेश इस वक्त प्रकृति के भीषण गुस्से का सामना कर रहा है। पिछले कुछ घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने पहाड़ी राज्य में ऐसी तबाही मचाई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। पलक झपकते ही बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 34 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है, जबकि सैकड़ों सड़कें ध्वस्त हो गई हैं और जनजीवन पूरी तरह से ठप पड़ गया है।

चारों ओर जलप्रलय और मलबे का ढेर नजर आ रहा है। आलम यह है कि करीब 285 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से रुक गया है, जिससे लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं। कई इलाकों में पानी और बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो गई है, जिससे मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद इस भयानक स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं। वह लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं और बचाव व राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन और राहत टीमें दिन-रात लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए जुटी हुई हैं।

अगले 24 घंटे और खतरनाक! रेड अलर्ट जारी:

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के Mandi, Kangra, Chamba, Hamirpur, Una, Bilaspur और Solan जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है, जो अगले 24 घंटों के लिए भीषण बारिश का संकेत दे रहा है। बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने इन जिलों के सभी स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद कर दिया है। लोगों से भी लगातार अपील की जा रही है कि वे बहुत जरूरी काम न हो तो घरों से बाहर न निकलें और नदियों, नालों या पहाड़ी ढलानों से दूर रहें।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (State Disaster Management Authority) के अनुसार, शिमला-चंडीगढ़ मार्ग पर चक्की मोड़ के पास बार-बार हो रहे भूस्खलन से यातायात बाधित है, और इसे खोलने में अभी समय लगेगा। कांगड़ा और मंडी जैसे जिले सर्वाधिक प्रभावित हैं, जहां भारी क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने हेल्पलाइन नंबर 1100 (मोबाइल) और 1070 (टोल फ्री) जारी किए हैं, ताकि मुसीबत में फंसे लोग या उनके संबंधी सहायता के लिए संपर्क कर सकें।

यह प्राकृतिक आपदा हिमाचल प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बनकर उभर रही है, जहाँ न सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर का भारी नुकसान हुआ है, बल्कि अनमोल जिंदगियाँ भी पलभर में खत्म हो गईं। प्रशासन के लिए चुनौती बड़ी है और इस विकट समय में सभी से सहयोग की अपील की जा रही है।

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