जगदलपुर, 14 अक्टूबर (हि.स.)। बस्तर संभाग मुख्यालय के राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने साेमवार काे प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ प्रदेश की क़ानून व्यवस्था दिनो दिन और बिगड़ते जा रही है, भाजपा की सरकार मूकबधिर बनकर बैठी हुई हैं। अब तो हत्या अपराध की घटनाये बर्दास्त के बाहर हो गयी है। उन्हाेने कहा कि सरकार निकम्मी और लाचार बन गयी है, मुख्यमंत्री से सरकार नहीं सम्भल रहा, गृहमंत्री से गृह विभाग, राज्य मे जनता इतनी मजबूर हो गई की अपराधियों का हिसाब खुद करने पर आमादा है। लोहारीडीह और अंबिकापुर मे यही हुआ,राज्य में अपराधी इतने ज्यादा बेलगाम हो चुके हैं कि उनसे अब पुलिस वाले भी सुरक्षित नहीं हैं, सूरजपुर आज का जीता जागता उदाहरण है।
दीपक बैज ने कहा कि सूरजपुर मे एक पुलिस कांस्टेबल की पत्नी और उसकी पुत्री की निमर्म हत्या दी गई। अपराधी कबाड़ी का काम करता है, पुलिस ने उसके यहां रेड मारा और अपराधी ने सीधे पुलिस वाले के घर पहुंचकर उसकी पत्नी पुत्री को जान से मार डाला। उन्हाेने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को गृहमंत्री विजय शर्मा को बर्खास्त कर देना चाहिए। पुलिस अपराध तो रोक नहीं पा रही उलटे निर्दोष लोगो को प्रताड़ित कर रही है। अर्जुन्दा मे एक निर्दोष युवक की इतनी पिटाई की गयी की उसके हालत को देखकर उसके पिता की मृत्यु हो गई। कवर्धा के लोहारीडीह मे पुलिस की लापरवाही से तीन लोगो की मौत हो गयी, एक की हत्या हुई उसके विरोध मे दूसरे की हत्या उसके घर मे जला कर कर दी गई, तीसरे प्रशांत साहू की हत्या पुलिस कस्टडी मे हो गयी। वहीं लोहारीडीह मे अपनी नाकामी पर पर्दा डालने पुलिस ने 167 लोगो के खिलाफ संगीन धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर लिया।
आज इस प्रदेश में कोई भी उम्र की बेटियां एवं महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। हाल ही में को सीतापुर में एक नाबालिग मार्केट से घर लौट रही से गैंग रेप की घटना होती है।रायपुर नया बस स्टैण्ड में एक 50 साल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है, दूसरे दिन रिपोर्ट लिखा जाता है और सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया गया, बलात्कार की रिपोर्ट लिखी गई और यहां पुलिस अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है, बस्तर, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर,अंबिकापुर एवं राजधानी रायपुर में दुष्कर्म की घटनाओं से महिलायें भयभीत है। महिलायें घर से बाहर निकलने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है, भिलाई में 5 जुलाई को 4 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई।क्या अब प्रदेश की महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिये हर बार आंदोलन करने पर ही ये सरकार उस मामले की जांच या कार्रवाई करेगी। रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने में आना-कानी करती रही मीडिया की दबाव के बाद रिपोर्ट लिखा गया। जशपुर के एक नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार हुआ। कोण्डागांव में नाबालिक से बलात्कार, नारायणपुर के सरकारी स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण, राजिम में 2 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना, भिलाई में नाबालिक एवं 5 साल की बच्ची के साथ रेप, रायगढ़ में मुक-बधिर महिला के साथ बलात्कार। जशपुर, केशकाल, पखांजूर दुर्ग, राजधानी रायपुर और रायगढ़, सक्ती, अंबिकापुर में लगातार बलात्कार की घटनाएं हो रही है।
बैज ने कहा कि बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का खोखला नारा देने वाले अपराधियों को बचा रहे हैं। पीड़ित महिलाएं हिम्मत करके थाना एफआईआर दर्ज करवाने जाती हैं तो रिपोर्ट दर्ज करने के बाजाय उन्हें जजील किया जाता है। जिससे पीड़ित महिलाएं आत्महत्या तक कर लेती है, प्रदेश में बढ़ती बलात्कार की घटना प्रदेश के लिये चिंता का विषय बन गयी है। आज खेत में काम करने वाली महिलाएं, बस में सफर करने वाली महिलाएं, घर में रहने वाली महिलाएं, अस्पताल में महिलाएं, स्कूल कॉलेज जाने वाली बेटियां, कही पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। पुलिस और प्रशासन आरोपित को बचाने में लगे रहते हैं और पीड़ित महिला को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। बेहद शर्म की बात है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में चार वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी पर मौन है।